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राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषण मन्दिर
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
प्रन्थनाम
फर्ता
लिपि- पत्रसमय | सख्या
विशेष
| कान्तिविजय उदयरत्न
१८वीं श.
३५०८ | नेमराजुलचुनडी
नेमराजुलबारमास आदि नेमिगीत
४
स० १७२६ में रचित ।
हीरकलश
,
१७वीं श. ४ था
अमृत
नेमिनाथचंदाइणगीत | भाकड़मुनि नेमिनाथ चोक
१६वीं श. ६२-६४) स० १८३६ में
रचित । १८२ | नेमिनाथचोवीसचोक अमृतविजय | | १८६३८ । स० १८३४ मे
रचित । राविकापुर
मे लिखित । २३६८ नेमिनाथजी की वीनति | राज० १६वीं श ४०-४२
३६३५ नेमिनाथ फाग
| नेमिनाथबारमास
राजहर्षे रूपचंद
रागू० १८वीं श २ । |, १६वीं श. २६-२७,
नेमिनाथबारमास
देवविजय
२७-२८
२८ वा
नेमिनाथबारमास कवियण नेमिनाथबारमास विनयविजय नेमिनाथबारमाससवैया
स० १७२८ मे रानेर
मे रचित। १८७६ | ३४-४६ अजमेर में लिखित ।
नेमिनाथसावन
मनरूप
रागू० १६वीं श. ५२-५४
२८६३
नेमिनाथ हीडोलणा | हीरकलश
रा०गू० | १६२५ / १११से | पुष्पिका-सं० १६२५
११४
के आषाढ़ मास में डेहिनयरी में रचित, पीमसर में कर्ता,
द्वारा स्वय-लिखित । , १८वीं श. ३ ।
सं०१७०३ मे रचित ।
२०३ | ३१६३ | नेमीश्वररागमालामय | मेरुविजय
स्तवन