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वांकीदासरी ख्यात
[ २०९-२२३
२०९ सीसोदणी सुरजणदेरो वेटो आसकरण सवत १६३७ रा माह सुदमे राव
चंदरसेणरै टीक बैठो। २१० मवत १६३९ रा चैत सुद २ सारण गावमे भाई उगरसेण कटारी चलायी.
आसकरण माराणो · · ·सत कियो, उणहीज दिन आसकरण रावर रजपूत सेखै साकरोत उगरसेणरा हाथसू कटारी जडकी उगरसेणरै चलायी
आसकरण पहलां उगरसेण मुवो। २११ कवर रामसिंघ नरूको राजारो भाणेज । २१२ पातसाह अकबर कावलमे जद रायमिघ चंदरसेणोतनू सोजत दीवी। २१३ रामसिंघ चंदरसेणोत काम आयो, तीन राणिया सती हुई सोजतरा तळाव _वेपैलाव ऊपर संवत १६३७ रा मगर वद ३ - कछवाही राजा आसकरणरी
वेटी १, सोनगिरी भाण अखैराजोतरी वेटी २। २१४ संवत १६३६ भादराजण आप राव चदरसेणजी विखा माहे देवड़ा विजा
हरराजोतनू परणायी जोमैतीवाई। २१५ चंदरसेणजीरी वेटी आसकवरीबाई कछवाहा माननू परणायी। २१६ वेटी रुखमावती वाई पातसाह अकबरनू डोलो मेलियो। २१७ संवत १६२६ रा पोस सुद ६ चदरसेणजी आपरी बेटी करमैतीबाई राणा
उदैसिघनै परणायी। २१८, करमैतीवाई राणा उदैसिंवजीनू परणायी।
खां नागोरीनू परणाई धनबाई ।
राजा उदैसिंघ २२० सवत १५९४ रा माह सुद १३ रवि राजा उदै सिघरो जनम । २२१ सवत १६२७ रा सावण सुद १५ उदैसिंघजी अकबररै चाकर रह्या। २२२ मोटै राजाजी १६ आदमिया समेत मैणा हरराजियानु जोधपुर गढ माथै मारियो.
सवत १६४२ रा जेठ माहे जद सुरजमल खीमाउतर गोडे ठरड़ो लागो सोजत मोटाराजाजीनू हुई जद वगडी वाघ प्रथीराजोतन पातसाहजीरी
दियोडी हुती नै कटाळियो भोपत देईदासोतरै हुतो। २२३. सवत १६४१ मोटे राजा राव सुरताण सिरोहीरो धणी जिण माथै पेसकसी
पीरोजी लाख दोय नै घोड़ा १३ ठहराया।
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