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वांकीदासरी ख्यात
पुत्रियां
१८५ राजकवरी बाई बूदी हाडा सुरताणनू परणायी हुती. रावजी आपरी हाडीनू मारी हार्ड वाईन मारी. जदसू परणीजण परणावणरी अटक हुई ।
[ १८५-१९७
१८६. वाई पोहपावती डूगरपुर रावळ आसकरणनै परणायी हुती उवा रावळजी साथै वळी ।
१८७ हासवाई कछवाहा लूणकरणनै परणायी, वेटो जायो मनोहर राव सजनीवाई रावळ हरराजनू जेसळमेर परणायी. बेटो भीम रावळ, इद्रावतीवाई गवाळेर राजा कछवाहा आसकरणनू परणायी ।
१८८ बाई वाल्हवाई ऊमरकोटरा सोढा रायसलनू परणायी, पछै जोधपुर आयी, सावत कुवो पटै ।
१८९. वाई कनका गुजरातरा पातसाह सुरताण महमदतू परणायी. पातसाह मुवो जद जेसळमेर सजना वाई कनै आय रही ।
१९०. रतनावती बाई हाजीखाँनू परणायी हाजीखा मुवो जद चद्रसेणजीरा विखा माहे आयी थी पछै मोटा राजाजीरें जोधपुर ओज आयी. सवत १६४९ मुयी पर्छ नागोर मेली उठे गुमटी है ।
१९१ लालवाई सूर पातसाहनू परणायी ।
१९२ अमरसररा सेखावतारी भाणेजी, राव रामारी बहन जसोदाबाई नागोरी खानू रणाय ।
१९३ मानसिंह गागावतसू हमती दीठी जिणसू हाडी द्रोपदी महल वारै कढाय मारी । १९४ पातररी बेटी रुखमावती पातसाह अकबरनू परणायी लखमी बाहरली ओळगण नगा भारमलोतरै घरमे पैठी नगा लारे बळी |
राव चंद्रसेण
१९५. सवत १५८९ रा सावण सुद ८ चन्द्रसेणरो जनम सवत १६१८ रा पोस सुद ६ मालदेरै टीकै बैठा. सवत १६३७ रा माह सुद ७ सरियायरी गाळमे राज देवलोक हुवो ।
१९६ सवत १६१८ लोहावट चन्द्रसेणजीरै नै उदेसिंहजीरै वेढ हुई रावळ मेघराज हा` `वतरा हाथरी बरछी उदसिंहजीरै लागी जद कलोजीसू उदैसिंघजी अकबर कनै गया गवाळेर कनै समखळी ठिकाण पटो पायो ।
१९७. मोटा राजारै हायरी वरछी चन्द्रसेणजीरं लागी. रावळ मेघराजरै हाथरी वरछी मोटा राजारै लागी लोहावटरै खेत ।