SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 24
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ चांकीदासरी ख्यात [१०४-१०७ दूहो-गागा त गवाळ, ऊगा हाई उर तणा । सोहै तो सुखपाळ, वडा प्रवाडा, वाघउत ।। १०५ सोजत वैद मुहतो रायमल वीरमदेजीरै चाकर, रावजी गागजी कवर मालदेजी सोजत माथै गया जद रायमल कवध हुवो, नेत्र भावसू तरवार चली, बेटारा बटका किया, लाखी लोवडी ओडाडी जद घोडासू जमी लोथ पडी, उण दिनरो ओखाणो मुहता माटी मारका, घररा गिणे न पारका । १०६. गुजरातरो पातसाह उदैपुर ईडर ले लियो जद राव गागो, राणो सागो, वीरमदे दूदावत तीन ही मिल अहमदनगर जग कर पातसाहन भाज ईडर ईडरिया राठोडानू दियो। १०७ रावजी गागोजी, वीरमदे दूदावत, राणो सागो ईडररा राजारी मदत ईडरनू जावै जद साढयारा राईका रावजीसू अरज विवी- आप ईडरनू पधारै है, कोटडिया दौडे है, सो रावळी साढ्यारा रंगारा जावता सारू सिरदारारी आसामिया अठ राख, पधारजै जद गवजी फुरमाया- थे कहो जिके ही अठै राखा आ कह्यो- तेनारा गोगादे नेतसी खेतसी महावतियानू साढांरा जावतान राखजै जद आ गोगादेओतान देसमे राख रावजी ईडररी मदत पधारिया किताईक दिना कोटडिया साढिया लिवी राईका तेनै गया, जद तेनै ढोल वाजियो सारा गोगादे घोडा चढनै आया घोडो जीण कराय नेतसी अमल ले सूतो जद अंक राईको नोलियो पीपारा पीधो मेहारै घटलवाळी । अरथ- पीपा राईकारा बेटा-पोतरा साढारो दूध पीधो, मेहरो बेटो घूटलवाळे पग समेट सूनो पछै नेतसी भाया-भडा सहित साढारी वार चढियो कोटडिया रामाजी मान्नै साढा पाछी आणी तेनार तळे पाणी पाय दोड कराय राईकानू दूध पायो उण समैग हीडोळा साढा लोप सोइतरो, जाघी साईरी माध । चढि महीरा नेतमी, रातो तरगस बाध ।। नळी कटाड नीली लप, घी अमापियो खाय । हाथ वैतर आतर, अ कोटडिया जाय ।। वेतो पूछ ने नसी, नीळो घोड़ो काय? गया ईडरी चाकरी, दियो ईडरै राव ।।
SR No.010598
Book TitleBankidasri Khyat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarottamdas Swami
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages233
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy