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२१२
पऊण-पोरिसी की विधि। . पच्चक्खाण पारने की विधि। ... २१४ पौषध पारने की विधि।
... २१८ संथारा पोरिसी पढ़ाने की विधि। ... सिर्फ रात्रि के चार.पहर का पोसह लेने की विधि २२० श्राठ पहर के तथा रात्रि के पौषध पारने की विधि २२१ चैत्य-वन्दन-स्तवनादि। .... .... २२२ चैत्य-वन्दन । श्रीसीमन्धरस्वामी का चैत्य-चन्दन ।
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श्रीसीमन्धरस्वामी का स्तवन ।
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श्रीसीमन्धरस्वामी की स्तुति । [ स्तुति और स्तवन का अन्तर ।]. श्रीसिद्धाचलजी का चैत्य-चन्दन ।
श्रीसिद्धाचलजी का स्तवन ।
(२)
श्रीसिद्धाचलजी की स्तुति । १-२
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