________________
८१८
सुत्तागमे
[ववहारो
तीसं वासपरियाए समणीए णिग्गंथीए कप्पइ उवज्झायत्ताए उद्दिसित्तए ॥ १९६ ॥ पंचवासपरियाए समणे णिग्गंथे सहिवासपरियाए समणीए णिग्गंथीए कप्पइ आयरिय(ताए)उवज्झायत्ताए उद्दिसित्तए ॥ १९७ ॥ गामाणुगामं दूइज्जमाणे भिक्खू य आहच्च वीसंभेजा तं च सरीरगं केइ साहम्मिए पासेज्जा, कप्पइ से तं सरीरगं से न (मा) सागारियमिति कट्ठ (... एगंते अचित्ते०) थंडिल्ले बहुफासुए पडिलेहित्ता पमज्जित्ता परिद्ववेत्तए, अत्थि याइं थ केइ साहम्मियसंतिए उवगरणजाए परिहरणारिहे, कप्पइ से सागारकडं गहाय दोच्चं पि ओग्गहं अणुण्णवेत्ता परिहारं परिहारेत्तए ॥ १९८ ॥ सागारिए उवस्सयं वकएणं पउंजेज्जा, से य वक्कइयं वएजाइमं(म्हि)मि य इमंमि य ओवासे समणा णिग्गंथा परिवसंति, से सागारिए पारिहारिए, से य नो (एवं) वएजा, बक्कइए वएज्जा(०), से सागारिए पारिहारिए, दो वि ते (एव) वएजा (जाव), दो वि सागारिया पारिहारिया ॥ १९९ ॥ सागारिए उवस्सयं विक्किणेजा, से य कइयं वएज्जा-इमंमि य इमंमि य ओवासे समणा णिग्गंथा परिवसंति, से सागारिए पारिहारिए, से य नो वएज्जा, कइए वएजा, से सागारिए पारिहारिए, दो वि ते वएज्जा, दो वि सागारिया पारिहारिया ॥ २०० ॥ विहवधूया ना(नि)यकुलवासिणी, सा वि यावि ओग्गहं अणुण्णवेयव्वा, किमंग-पुण पिया वा भाया वा पुत्ते वा, से (य) वि या(दो)वि ओ(उ)ग्ग(ह)हे ओगेण्हिय(व्वा)व्वे ॥ २०१॥ पहिए वि ओग्गहं अणुण्णवेयव्वे ॥ २०२ ॥ से रज(राय)परियट्टेसु संथडेसु अव्वोगडेसु अव्वोच्छिण्णेसु अपरपरिग्गहिएसु सच्चेव ओग्गहस्स पुव्वाणुण्णवणा चिट्ठइ अहालंदमवि ओग्गहे ॥ २०३ ॥ से रजपरियट्टेसु असंथडेसु वोगडेसु वोच्छिण्णेसु परपरिग्गहिएसु भिक्खुभावस्स अट्ठाए दोच्चं पि ओग्गहे अणुण्णवेयव्वे सिया ॥ २०४ ॥ ति-बेमि ॥ ववहारस्स सत्तमो उद्देसओ समत्तो ॥७॥
ववहारस्स अट्ठमो उद्देसओ गाहा(गिह)उ(ड)दूपज्जोसविए, ताए गाहाए ताए पएसाए ताए उवासंतराए जमिणं २ सेज्जासंथारगं लभेजा तमिणं तमिणं ममेव सिया, थेरा य से अणुजाणेजा, तस्सेव सिया, थेरा य से नो अणुजाणेजा, (णो तस्सेव सिया) एवं से कप्पइ आहाराइणियाए सेज्जासंथारगं पडिग्गाहेत्तए ॥ २०५ ॥ से अहालहुसगं सेजासंथारगं गवेसेज्जा, जं चक्किया एगेणं हत्थेणं ओगि(ज्झिय २)ज्झ जाव एगाहं वा दुयाहं वा तियाहं वा (अद्धाणं) परिवहित्तए, एस मे हेमंतगिम्हासु भविस्सइ ॥ २०६ ॥ से य अहालहुसगं सेज्जासंथारगं गवेसेज्जा, जं चक्किया एगेणं हत्थेणं ओगिज्झ जाव एगाहं (०) अद्धाणं परिवहित्तए, एस मे वासावासासु भविस्सइ