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सुत्तागमे
[ पण्णवणासुतं
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तल्लेसे उववद्द्इ, तेउलेसे उववज्जइ, नो चेव णं तेउलेसे उववह । एवं आउकाइया वणस्सइकाइया वि भाणियव्वा । से नूणं भंते ! कण्हलेसे नीललेसे काउलेसे ते काइए कण्हलेसेसु नीललेसेसु काउलेसेसु तेउकाइएस उववज्जइ, कण्हलेसे नीललेसे काउलेसे उaas, जलेसे उववज्जइ तलेसे उववहह ? हंता गोयमा ! कण्हलेसे नीललेसे काउलेसे तेउकाइए कण्हलेसेसु नीललेसेसु काउलेसेसु तेउकाइएसु उववज्जइ, सिय कण्हलेसे उब्बट्टइ, सिय नीललेसे उबवहर, सिय काउलेसे उववदृइ, सिय जल्लेसे उववज्जइ तल्लेसे उववइ । एवं वाउकाइयबेइंदियते इंदियचउरिंदिया वि भाणियव्वा । से नूणं भंते ! कण्हलेसे जाव सुक्कलेसे पंचेंदियतिरिक्खजोणिए कण्हलेसेसु जाव सुक्कलेसेस पंचेंदियतिरिक्खजोणिएसु उववज्जइ पुच्छा । हंता गोयमा ! कण्हलेसे जाव सुकलेसे पंचेंद्रियतिरिक्खजोणिए कण्हलेसेसु जाव सुक्कलेसेसु पंचेंदियतिरिक्खजोगिएसु उववज्जइ, सिय कण्हलेसे उववदृइ जाव सिय सुक्कलेसे उववइ, सिय जलेसे उववज्जइ तल्लेसे उववदृइ । एवं मणूसे वि । वाणमंतरा जहा असुरकुमारा । जोइसियवेमाणिया वि एवं चेव, नवरं जस्स जल्लेसा । दोह वि 'चयण' ति भाणियव्वं ॥ ५०२ ॥ कण्हलेसे णं भंते! नेरइए कण्हलेसं नेरइयं पणिहाए ओहिणा सव्वओ समंता समभिलोएमाणे २ केवइयं खेत्तं जाणइ, केवइयं खेत्तं पासइ ? गोयमा ! णो बहुयं खेत्तं जाणइ, णो बहुयं खेत्तं पास, णो दूरं खेत्तं जाणइ, णो दूरं खेत्तं पासइ, इत्तरियमेव खेत्तं जाणइ, इत्तरियमेव खेत्तं पासइ । से केणद्वेणं भंते ! एवं चुच्चइ - ' कण्हलेसे णं नेरइए तं चेव जाव इत्तरियमेव खेत्तं पास' ? गोयमा ! से जहानामए केइ पुरिसे बहुसमरमणिज्जंसि भूमिभागंसि ठिच्चा सव्वओ समंता समभिलोएजा, तए णं से पुरिसे धरणितलगयं पुरिसं पणिहाए सव्वओ समंता समभिलोएमाणे २ णो बहुयं खेत्तं जाव पासइ जाव इत्तरियमेव खेत्तं पासइ, से तेणट्टेर्ण गोयमा ! एवं वुच्चइ - ' कण्हलेसे णं नेरइए जाव इत्तरियमेव खेत्तं पासइ' । नीलसे णं भंते! नेरइए कण्हलेसं नेरइयं पणिहाय ओहिणा सव्वओ समंता समभिलोएमाणे २ केवइयं खेत्तं जाणइ, केवइयं खेत्तं पासइ ? गोयमा ! बहुतरागं खेत्तं जाणइ, बहुतरागं खेत्तं पासइ, दूरतरं खेत्तं जाणइ, दूरतरं खेत्तं पासइ, वितिमिरतरागं खेत्तं जाणइ, वितिमिरतरागं खेत्तं पासइ, विसुद्धतरागं खेत्तं जाणइ, विसुद्धतरागं खेत्तं पासइ । से केणद्वेणं भंते! एवं बुच्चइ - 'नीललेसे णं नेरइए कण्हलेसं नेरइयं पणिहाय जाव विसुद्धतरागं खेत्तं जाणइ, विसुद्वतरागं खेत्तं पास ' ? गोयमा ! से जहानामए केइ पुरिसे बहुसमरमणिजाओ भूमिभागाओ पव्वयं दुहिता सव्वओ समंता समभिलोएज्जा, तए णं से पुरिसे धरणितलगयं पुरिसं पणिहाय सव्वओ समंता समभिलोएमाणे २ बहुतरागं खेत्तं जाणइ जाव विसुद्धतरागं
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