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वि०५० स० २५ उ०७] सुत्तागमे
८८९ कयरे २ जाव विसेसाहिया वा? गोयमा ! सव्वत्थोवे अहक्खायसंजयस्स एगे अजहन्नमणुक्कोसए संजमट्ठाणे, सुहुमसंपरायसंजयस्स अंतोमुहुत्तिया संजमट्ठाणा असंखेजगुणा, परिहारविसुद्धियसंजयस्स संजमहाणा असंखेनगुणा, सामाइयसंजयस्स छेदोवट्ठावणियसंजयस्स य एएसि णं संजमट्ठाणा दोण्हवि तुल्ला असंखेजगुणा १४ ॥ ७९० ॥ सामाइयसंजयस्स णं भंते ! केवइया चरित्तपजवा प०? गोयमा ! अणंता चरित्तपजवा प०, एवं जाव अहक्खायसंजयस्स ॥ सामाइयसंजए णं भंते ! सामाइयसंजयस्स सट्ठाणसन्निगासेणं चरित्तपजवेहिं किं हीणे तुल्ले अन्भहिए? गोयमा ! सिय हीणे छट्ठाणवडिए, सामाइयसंजए णं भंते ! छेदोवट्ठावणियसंजयस्स परट्ठाणसन्निगासेणं चरित्तपनवेहिं० पुच्छा, गोयमा ! सिय हीणे छट्ठाणवडिए, एवं परिहारविसुद्धियस्सवि, सामाइयसंजए णं भंते । सुहुमसंपरायसंजयस्स परहाणसन्निगासेणं चरित्तपज्जवे० पुच्छा, गोयमा ! हीणे नो तुल्ले नो अब्भहिए, अणंतगुणहीणे, एवं अहक्खायसंजयस्सवि, एवं छेदोवट्ठावणिएवि, हेहिलेसु तिसुवि समं छट्ठाणवडिए, उवरिल्लेसु दोसुवि तहेव हीणे, जहा छेदोवट्ठावणिए तहा परिहारविसुद्धिएवि, सुहुमसंपरागसंजए णं भंते ! सामाइयसंजयस्स परहाण० पुच्छा, गोयमा ! नो हीणे नो तुले अन्भहिए अणंतगुणमन्महिए, एवं छेदोवद्यावणियपरिहारविसुद्धिएसुवि समं सट्टाणे सिय हीणे नो (सिय)तुल्ले सिय अब्भहिए, जइ होणे अगतगुणहीणे, अह (जइ) अन्भहिए अणंतगुणमन्भहिए, सुहुमसंपरायसंजयस्स अहक्खायसंजयस्स परहाण० पुच्छा, गोयमा! हीणे नो तुल्ले नो अब्भहिए, अणंतगुणहीणे, अहक्खाए हेट्ठिलाणं चउण्हवि नो हीणे नो तुल्ले अन्भहिए अणंतगुणमन्भहिए, सट्टाणे नो हीणे तुल्ले नो अब्भहिए। एएसि णं भंते ! सामाइयछेदोवठ्ठावणियपरिहारविसुद्धियसुहुमसंपरायअहक्खायसंजयाणं जहन्नुक्कोसगाणं चरित्तपजवाणं कयरे २ जाव विसेसाहिया चा? गोयमा ! सामाइयसंजयस्स छेदोवट्ठावणियसंजयस्स य एएसि णं जहन्नगा चरित्तपज्जवा दोण्हवि तुल्ला सव्वत्थोवा, परिहारविसुद्धियसंजयस्स जहन्नगा चरित्तपजवा अणंतगुणा तस्स चेव उक्कोसगा चरित्तपजवा अणंतगुणा, सामाइयसंजयस्स छेदोवठ्ठावणियसंजयस्स य एएसिणं उक्कोसगा चरित्तपजवा दोण्हवि तुल्ला अणंतगुणा, सुहुमसंपरायसंजयस्स जहन्नगा चरित्तपजवा अणंतगुणा तस्स चेव उक्कोसगा चरित्तपज्जवा अणंतगुणा, अहक्खायसंजयस्स अजहन्नमणुकोसगा चरित्तपजवा अणंतगुणा १५ ॥ सामाइयसंजए णं भंते ! कि सजोगी होजा अजोगी होजा? गोयमा! सजोगी जहा पुलाए, एवं जाव सुहुमसंपरायसंजए, अहक्खाए जहा सिणाए १६ ॥ सामाइयसंजए णं भंते! किं सागारोवउत्ते होजा अगागारोवउत्ते