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सुत्तागमे
[भगवई
वंधइ अणाइयं सपज्जवसियं वंधइ अणाइयं अपज्जवसियं बंधइ ? गोयमा ! साइयं सपजवसियं बंधइ नो साइयं अपज्जवसियं वंधइ नो अणाइयं सपज्जवसियं बंधइ नो अणाइयं अपज्जवसियं वंधइ ॥ तं भंते ! किं देसेणं देसं बंधइ देसेणं सव्वं बंधइ सव्वेणं देसं वंधइ सव्वेणं सव्वं वंधइ ? गोयमा ! नो देसेणं देसं बंधइ णो देसेणं सव्वं बंधइ नो सव्वेणं देसं बंधइ सव्वेणं सव्वं बंधइ ॥ ३४० ॥ संपराइयण्णं भंते ! कम्मं किं नेस्इओ बंधइ तिरिक्खजोणिओ बंधड़ जाव देवी वंधइ ? गोयमा ! नेरइओवि वंधइ तिरिक्खजोणिओवि बंधइ तिरिक्खजोणिणीवि वंधइ मणुस्सोवि बंधइ मणुस्सीवि बंधइ देवोवि बंधइ देवीवि वंधइ ॥ तं भंते । कि इत्थी वंधइ पुरिसो वंधइ तहेव जाव नोइत्थीनोपुरिसोनोनपुंसओ बंधइ ? गोयमा! इत्थीवि वंधइ पुरिसोवि बंधइजाव नपुंसगावि वंधन्ति अहवेए य अवगयवेओ य वंधइ अहवेए य अवगयया य वंधन्ति । जइ भंते ! अवगयवेओ य बंधइ अवगयवेया य वंधन्ति तं भंते ! कि इत्थीपच्छाकडो बंधइ पुरिसपच्छाकडो वंधइ? एवं जहेव इरियावहियाबंधगस्स तहेव निरवसेसं जाव अहवा इत्थीपच्छाकडा य पुरिसपच्छाकडा य [बंधइ] नपुंसगपच्छाकडा य बंधंति ॥ तं भंते ! कि बंधी वधइ वंधिस्सइ १ वंधी वंधइ न वंधिस्सइ २ वंधी न वंधइ वंधिस्सइ ३ वंधी न बंधइ न वंधिस्सइ ४ ? गोयमा! अत्थेगइए वंधी बंधइ बंधिस्सइ १ अत्थेगइए बंधी वंधइ न वंधिस्सइ २ अत्थेगइए बंधी न वंधइ वंधिस्सइ ३ अत्थेगइए बंधी न वंधइ न वंधिस्सइ ॥ तं भंते! किं साइयं सपज्जवसियं वंधइ ? पुच्छा तहेव, गोयमा ! साइयं वा सपज्जवसियं वंधइ अणाइयं वा सपज्जवसियं वंधइ अणाइयं वा अपज्जवसियं बंधइ णो चेव णं साइयं अपज्जवसियं वंधइ। तं भंते ! किं देसेणं देसं वंधइ० एवं जहेव इरियावहियाबंधगस्स जाव सव्वेणं सव्वं वंधइ ॥३४१॥ कइ णं भंते ! कम्मपयडीओ पन्नत्ताओ? गोयमा ! अट्ठ कम्मपयडीओ पन्नत्ताओ?, तंजहाणाणावरणिज जाव अंतराइयं ॥ कइ णं भंते ! परीसहा पण्णत्ता ? गोयमा! बावीसं परीसहा प०, तंजहा-दिगिंछापरीसहे, पिवासापरीसहे, जाव दंसणपरीसहे । एए णं भंते ! वावीसं परीसंहा कइसु कम्मपगडीसु समोयरंति ? गोयमा ! चउसु कम्मपयडीसु समोयरंति, तंजहा-नाणावरणिज्जे, वेयणिज्जे, मोहणिज्जे, अंतराइए । नाणावरणिज्जे णं भंते ! कम्मे कइ परीसहा समोयरंति ? गोयमा ! दो परीसहा समोयरंति, तं०पन्नापरीसहे अण्णाणपरीसहे य, वेयणिज्जे णं भंते ! कम्मे कइ परीसहा समोयरंति ? गोयमा ! एक्कारस परीसहा समोयरंति, तंजहा-पंचेव आणुपुव्वी चरिया सेजा वह य रोगे य । तणफास जल्लमेव य एकारस वेयणिजमि ॥१॥दसणमोहणिजे ण