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सुत्तागमे
सासयसि लोगंसि हेट्ठा विच्छिन्नंसि जाव उप्पि उड्ढमुइंगागारसंठियंसि उप्पन्ननाणदंसणवरे अरहा जिणे केवली जीवेवि जाणइ पासइ अजीवेवि जाणइ पासइ तओ पच्छा सिज्झइ जाव अंतं करेइ ॥ २६० ॥ समणोवासगस्स णं भंते ! सामाइयकडस्स समणोवासए अच्छमाणस्स तस्स णं संते ! कि इरियावहिया किरिया कज्जइ संपराइया किरिया कजइ ?, गोयमा । समणोवासयस्स णं सामाइयकडस्स समणोवासए अच्छमाणस्स आया अहिगरणीभवइ आयाहिगरणवत्तियं चणं तस्स नो इरियावहिया किरिया कजइ संपराइया किरिया कजइ, से तेणट्टेणं जाव संपराइया० ॥ २६१ ॥ समणोवासगस्स णं भंते ! पुव्वामेव तसपाणसमारंभे पच्चक्खाए भवइ पुढविसमारंभे अपचक्खाए भवइ से य पुढविं खणमाणेऽण्णयरं तसं पाणं विहिंसेजा से णं भंते ! तं वयं अइचरइ ?, णो तिणट्ठे समट्ठे, नो खलु से तस्स अइवायाए आउट्टइ । समणोवासयस्स णं भंते! पुव्वामेव वणस्स समारंभे पच्चक्खाए से य पुढविं खणमाणे अन्नयरस्स रुक्खस्स मूलं छिंदेजा से णं भंते ! तं वयं अइचरइ ?, णो तिणडे समट्ठे, नो खलु तस्स अइवायाए आउट्टइ ॥ २६२ ॥ समणोवासए णं भंते! तहारूवं समणं वा माहणं वा फासुएसणिज्जेगं असणपाणखाइमसाइमेगं पडिलाभेमाणे किं लव्भइ ?, गोयमा ! समगोवासए णं तहारुवं समणं वा जाव पडिलाभेमाणे तहारुवस्स समणस्स वा माहणस्स वा समाहिं उप्पाएइ, समाहिकारएणं तमेव समाहिं पडिलभइ । समणोवासए णं भंते ! तहारूवं समणं वा जाव प्रडिलाभेमाणे किं चयइ ?, गोयमा ! जीवियं चयइ दुच्चयं चयइ दुक्करं करेइ दुलहं लहइ वोहिं वुज्झइ तओ पच्छा सिज्झइ जाव अंतं करेइ ॥ २६३ ॥ अस्थि णं भंते! अम्मस्स गई पन्नाय ?, हंता ! अस्थि ॥ कहन्नं भंते! अकम्मस्स गई पन्नाय ?, गोयमा । निस्संगयाए निरंगणयाए गइपरिणामेणं वंधण - छेयणयाए निरंधणयाए पुव्चप्पओगेणं अकम्मस्स गई प० ॥ कहन्नं भंते ! निस्संगयाए निरंगणयाए गइपरिणामेणं बंधणछेयणयाए निरंधणयाए पुव्वप्पओगेणं अकम्मस्स गई पन्नायइ ?, से जहानामए - केइ पुरिसे सुक्कं तुवं निच्छिङ्कं निस्वहयंति आणुपुथ्वी परिकम्मेमाणे २ दव्भेहि य कुसेहि य वेढेइ २ अट्टहिं मट्टियालेवेहिं लिंपइ २ उण्हे दलयइ भूई २ सुकं समाणं अत्थाहमतारमपोरसियंसि उदगंसि पक्खिवेज्जा, से नूणं गोयमा ! से तुंबे तेसि अट्ठण्हं मट्टियालेवेणं गुरुयत्ताए भारियताए गुरुसंभारि यत्ताए सलिलतलमइवइत्ता अहे धरणितलपट्टाणे भवइ ?, हंता ! भवइ, अहे गं से तुंबे अट्टहं मट्टियालेवेणं परिक्खएणं धरणितलमइवइत्ता उप्पि सलिलतलपइट्ठाणे भवइ ?, हंता ! भवइ, एवं खलु गोयमा ! निस्संगयाए निरंगण -
[० प० स० ७ उ०१]
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