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सेसं समवायस्स] सुत्तागमे
३८३ मिस्साण होक्खई ॥ ८७ ॥ सिरिवंदे पुप्फकेऊ, महाचंदे य केवली । सुयसायरे य अरहा, आगमिस्साण होक्खई ॥ ८८ ॥ सिद्धत्थे पुण्णघोले य, महाघोसे य केवली । सच्चसेणे य अरहा, आगमिस्साण होक्खई ॥ ८९ ॥ सूरसेणे य अरहा, महासेणे य केवली। सव्वागंदे य अरहा, देवउत्ते य होक्खई ॥ ९० ॥ सुपासे सुव्वए अरहा, अरहे य नुकोसले । अरहा अणंतविजए, आगमिस्साण होक्खई ॥ ९१ ॥ विमले उत्तरे अरहा, अरहा य महावले । देवाणंदे य अरहा, आगमिस्साण होक्खई ॥ ९२ ॥ एए वुत्ता चव्वीसं, एरवयंमि केवली । आगमिस्साण होक्खंति, धम्मतित्यस्स देसगा ॥ ९३ ॥ २७३ ॥ बारस चकवट्टिणो भविस्संति, वारस चक्कवष्टिपियरो भविस्संति, वारस चकवहिमायरो भविस्संति, वारस इत्थीरयणा भविस्संति ॥ नव वलदेववासुदेवपियरो भविस्संति, णव वासुदेवमायरो भविस्संति, णव बलदेवमायरो भविस्संति, णव दसारमंडला भविस्संति, तं जहा-- उत्तमपुरिसा मज्झिमपुरिसा पहाणपुरिसा जाव दुवे दुवे रामकेसवा भायरो भविस्संति, णव पडिसत्तू भविस्तंति, नव पुत्वभवणामधेजा, नव धम्मायरिया, णव णियाणभूमीओ, णव णियाणकारणा, आयाए एरवए आगमिस्साए भाणियव्वा । एवं दोसु वि आगमिस्साए भाणियव्वा ॥ २७४ ॥ इचेयं एवमाहिनंति, तं जहाकुलगरवंसेइ य एवं तित्थगरवंसेइ य चकवटिवसेइ य दसारवंसेइ य गणधरवंसेइ य इसिवंसेइ य जइवंसेइ य मुणिवंसेइ य । नुएइ वा सुअंगेइ वा सुयसमासेइ वा सुयखंधेइ वा समवाएइ वा संखेइ वा सम्मत्तमंगमक्खायं अज्जयणं ति वेमि ॥२७॥
समवायं चउत्थमंगं समत्तं ॥