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पान
सयंत आदि अनिवृत्तिबादरसांपराय गुणस्थानताई च्यारि हैं। परिहारविशुद्धिसंयमी अप्रमत्त है, प्रमत्तसंयत भी हैं। सूक्ष्मसांपरायशुद्धिसंयमी एक सूक्ष्मसांपरायस्थानही है । यथाख्यातविहारशुद्धिसंयमी उपशांतकपाय आदि अयोगकेवलीताई च्यारि गुणस्थान हैं। संयतासंयत एक संयतासंयत गुणस्थानविही है। असंयत, मिथ्यादृष्टि आदि च्यारि गुणस्थान
आदिकविही है ॥ सर्वार्थ
वच____दर्शनके अनुवादकार चक्षुअचक्षु दर्शनवि मिथ्यादृष्टि आदि क्षीणकपायपर्यंत वारह गुणस्थान है । अवधिदर्शनवि असंयतसम्यग्दृष्टि आदि क्षीणकपायपर्यंत नव गुणस्थान हैं केवलदर्शनवि५ सयोगकेवली अयोगकेवली हैं॥
लेश्याके अनुवादकार कृष्ण नील कापोत लेश्याविप मिथ्यादृष्टि आदि असंयत सम्यग्दृष्टीपर्यन्त है । तेज पद्मलेश्यावि मिथ्यादृष्टि आदि अप्रमत्तपर्यन्त सात है । शुक्ललेश्यावि मिथ्यादृष्टि आदि सयोगकेवलीपर्यत तेरह हैं। लेश्यारहित अयोगकेवली है ॥
भव्यके अनुवादकार भव्यवि चौदहही हैं। अभव्यवि आदिका एकही है। सम्यक्त्वके अनुवादकार क्षायिकसम्यक्त्वविपें असंयतसम्यग्दृष्ट्यादि अयोगकेवलीपर्यंत ग्यारह है । सायोपशमिकसम्यक्त्वविपें असंयतसम्यग्दृष्ट्यादि अप्रमत्तपर्यत च्यार हैं । औपगमिकसम्यक्त्वविपै असंयतसम्यग्दृष्टि आदि उपशांत कपायपर्यत आठ है । सासादनसम्यग्दृष्टि सम्यमिथ्यादृष्टि मिथ्यादृष्टि अपने अपने गुणस्थान हैं ॥
संज्ञीके अनुवादकरि संज्ञीकेवि आदितें लगाय बारह गुणस्थान हैं । असंज्ञीकेवि एक मिथ्यादृष्टिही है । दोऊतें रहित सयोगकेवली अयोगकेवली है ॥
आहारकके अनुवादकरि आहारकवि मिथ्यादृष्टि आदि सयोगकेवलीपर्यंत तेरह हैं । अनाहारकवि विग्रहगतिवि मिथ्यादृष्टि सासादनसम्यग्दृष्टि असंयतसम्यग्दृष्टि ए तीन गुणस्थान हैं । समुद्घातसहित सयोगकेवली है अर अयोगकेवली है बहरि सिद्धपरमेष्टी है ते अतीतगुणस्थान हैं। ऐसे सत्की प्रमपणा तो कही ॥
अब संख्याप्ररूपणा कहिये हैं । सो भेदनिके गणनाळू संख्या कहिये हैं । सो दोय प्रकार । सामान्यकरि गुणस्थान वि, विशेपकरि मार्गणानिवि । तहां सामान्यकरि मिथ्यादृष्टि जीव तौ अनंतानंत हैं । सासादनस
जीव तो अनंतानंत हैं । सासादनसम्यग्दृष्टि सम्यमिथ्या- 12 २ दृष्टि असंयतसम्यग्दृष्टि संयतासंयत पल्यके असंग्व्यातवै भागपरिमाण हैं। प्रमत्तसंयत पृथक्त्व कोडिसंख्या हैं । इहां
पृथक्त्व ऐसी आगममें संज्ञा है । सो तीन कोडीकै उपरि नवकोडीकै नीचे जाननी । ते ५९३९८२०६ है । अप्रमत्तहै। संयतसंख्या है ते प्रमत्तसंयतनितै आधे हैं । ते २९६९९१०३ है । बहुरि च्यारि उपशमश्रेणीवाले प्रवेशकार तो एक