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________________ RRIERSITIESHDREAM BानाSHARENESS N ews Homsilbaniantissimmiss bloons: MADAalhamedaments - - वस्त्र केशरी आभरण मोतीके जोड़ चन्द्रका ३ को। राजभोग समय सामग्री-पकोडीकी कढ़ी, झंझराकी सेवको मैदा सेरऽ। घी सेर ॥ बूरा सेर 53॥ के लडुवा। इलायची मासा ३ | भुजेना २ शाक २ बूंदी तथा बूंदीकी छाछ राजभोगमें धरिके चन्दनमें सुगन्धी मिलावनी।चन्दन बाँधिक पानी निकासडारने । तामें केशरी, कस्तूरी, बरास, चोवा, अतर, गुलाबको, मोतिआको, केवराको और गुलाब जल ये सब मिलाय तबकड़ीमें गोला करि छत्रासों ढाँकिके पाट धरनो । कुना २ माटीके छोटे बड़े जोय जल भरिके पटोपें ढाकिके धरने । गुलाबदानी गुलाबजलसों भरिके सुपेद चोली उढ़ायके पाटपर धरने । और पंखा छोटे बड़े पंखी नवी झालरदार। पाछे राजभोग सरायके माला धरायके अधिवासन करनो। श्रोताचमन प्राणायाम || करिके संकल्प करनो-ॐ" हरिः ॐश्रीविष्णुर्विष्णुः इत्यादि श्रीमद्भगवतः पुरुषोत्तमस्य चन्दनोत्सवं कर्तुं चन्दनलेपनार्थ व्यजनकरणार्थ चन्दनव्यजनयोरधिवासनमहं करिष्ये” पढ़के कुमकुम् अक्षत छिड़कनो। गट्टीकी कटोरी भोग धरि तुलसी शंखोदक धूप, दीप करि चारि बातीकी आरती करिके साज सब ठिकाने धरिये । गट्टीप्रसादीमें धरे । दर्शन खुलाय कीर्तन होय । झालर, घण्टा, शंख नाद होय । चन्दन धरावने । श्रीमहाप्रभुजीको स्मरण करि दंडवत करिये । प्रथम छोटे कुआ | कुंजारीके आगे तबकड़ीमें पधरावने और गुलाबदानी दोऊ ओर तबकड़ीमें धरनी । पाछे बड़े कुना शय्याके पास तबकड़ीमें धरने । पहले चन्दनकी गोली एक जेमने श्रीहस्तमें धरावनी। फिरि वाम श्रीहस्तमें धरावनी । फिरि जेमने चरणारविन्द घरावनी । फिरि वाम चरणारविन्दपें धरावनी । पाछे हृदयमें । - -
SR No.010554
Book TitleVallabhvrushti Prakash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGangavishnu Shrikrushnadas
PublisherGangavishnu Shrikrushnadas
Publication Year1937
Total Pages399
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationInterfaith & Hinduism
File Size121 MB
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