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________________ manee PREPARENDIANRAILERTERE MARA भादो वदि ११ वस्त्र केशरी। उत्सवको बाललीलाको शृङ्गार । लोलक बन्दी धरें। आभरण मानिकके । पाग गोल । चन्द्रिका सादा । दार तुअरकी । और नेग सब नित्यको। उत्सवको साज सब बड़ो होय । सुपेदी चढावनी। पलनामें सुपेदी चढावनी॥ भादो वदि १२ वस्त्र क मल, मूंथन पटका पाग छज्जेदार ॥ भादो वदि १३ वस्त्र हरे, पिछोड़ा टोपी। भादो वदि १४ वस्त्र पारे, पिछोड़ा कुल्हे । ठाड़े वस्त्र लाल । अथवा यथारुचि शृंगार करनो ॥ भादो वदि ३० वस्त्र श्याम, पिछोड़ा मुकुटकी टोपी, ठाडे वस्त्र सुपेद । सामग्री पूवाकी । चून सेर ३१ घी सेर ३१ चिरोंजी सेर ऽ-मिरच कारी 5 भादो सुदि १ वस्त्र गुलेनार, सूथन, पटुका, पाग छज्जेदार, चन्द्रका सादा, ठाडे वस्त्र हरे। __ भादो सुदि २ वस्त्र लाल पीरे लहरियाके । पिछौडा, पाग गोल, चरणचौकी वस्त्र हरयो । आभूषण पन्नाके, कलङ्गी, लूँमकी कर्णफूल २, सामग्री बेसनकी मनोहर, बेसन सेर ॥ घी सेरऽ॥ दूध सेरऽ३ खाण्ड सेर 5॥ इलायची मासा ३, . भादो सुदि ३ उत्सवकी बधाई बैठे आजते उत्सव तांई। हरे श्याम वस्त्र नहीं धरे। वस्त्र गुलाबी । धोती उपरना, पाग गोल, ठाडे वस्त्र हरे, आभरन पन्नाके॥ __ भादो सुदि ४ दंडाचोथि, वस्त्र चौफूलीचूंदड़ीके । पिछोड़ा, पाग छज्जेदार, चन्द्रका सादा, आभरण हीराके, ठाड़े वस्त्र श्याम, लोलक बन्दी धरे । राजभोगमें सामग्री मुठियाको चूरमाँ।। चून सेर ॥ घी सेर ॥ बूरा सेर ॥ दण्डाकी दोय जोड़ी राज mom a mon - - RamnermoORName
SR No.010554
Book TitleVallabhvrushti Prakash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGangavishnu Shrikrushnadas
PublisherGangavishnu Shrikrushnadas
Publication Year1937
Total Pages399
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationInterfaith & Hinduism
File Size121 MB
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