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________________ ३६ - जीवाजीव विभक्ति ४१५ संपूर्ण लोक के पदार्थों का विस्तृत वर्णन - मुक्ति की योग्यतासंसार का इतिहास -- शुद्ध चैतन्य की स्थिति - संसारी जीवों की जुदी २ गतियों में क्या दशा होती है ? – एकेन्द्रिय, हीन्द्रिय, त्रीन्द्रिय, चतुरिन्द्रिय तथा पंचेन्द्रिय जीवों के भेद प्रभेदों का विस्तृत वर्णन-जड़ पदार्थों का वर्णन - सब की जुदी २ स्थिति जीवात्मा पर कर्म का क्या असर पड़ता है ? फलद्दीन तथा सफल मत्यु की साधना की कलुषित तथा सुन्दर भावना का वर्णन - इन सब वानों का वर्णन कर भगवान महावीर का मोक्षगमन । -
SR No.010553
Book TitleAgam 43 Mool 04 Uttaradhyayan Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaubhagyachandra
PublisherSaubhagyachandra
Publication Year
Total Pages547
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_uttaradhyayan
File Size17 MB
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