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समदर्शी आचार्य हरिभद्र
[ बम्बई यूनिवर्सिटी सञ्चालित ठक्कर वसनजी माधवजी व्याख्यानमाला मे दिये गये पाँच व्याख्यान ]
विक्रमाब्द २०१६ प्रथमावृत्ति १०००
व्याख्याता
पण्डित सुखलालजी संघवी, डी. लिट्.
अनुवादक शान्तिलाल म. जैन शास्त्राचार्य
एम. ए.,
प्रकाशनकर्त्ता
राजस्थान राज्याज्ञानुसार
सञ्चालक, राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान जोधपुर ( राजस्थान )
} भारतराष्ट्रीय शकाब्द १८८४
मुद्रक - श्री सोहनलाल जैन, जयपुर प्रिन्टर्स, जयपुर
ख्रिस्ताब्द १९६३
मूल्य ३००