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भ० महावीर स्मृति-अंथ।
'चंद्रचूडो भवेद्योगी धर्मपो थदि केंद्रगः
योगेऽस्मिन्दानशीला गुणपूणों भवेन्तरः ॥ Chandrachado bhas edyogo dharmapo yadi kendragah
Yagesmin danashītascha gunapürno bhaventarab Meaning -
When the Lord of the 9th house occupies one of the kendra places that Toga is called 'Chandrachuda' Yoga. In this Yoga a man becomes charn. able and endorsed with all qualities
This rule is applicable to the horoscope in question and explains the gencral qualities of the Lord.
विश्व विभूति भगवान महावीरकी जयन्ती! (श्री. सुरेन्द्रसागरजी जैन, 'प्रचंडिया' साहित्यभूषण, कुरावळी) एक युगकी ह मात--
छिपी हुयी जिसमें मदृष्ट क्षुद्र वासना!! देशभी यही
अपना प्रकर्ष श्यमान करते थे जनजर भल वायु अनि
दिखलाके पौरुपवल और निज प्रज्ञा और थी यही नहीं।
एक भोले जीवित पशुको किन्नु समय और था,
बनाते यज्ञका आग्य! पातावरण मिल था।
भोला निरीह पशु इस विधि वामन देव 'पाय' का
करता प्राण त्याज्य !! प्रचारित सद्धर्म पंथ
सीच उसे दालते थे हो चपरोधिन था
कुदमें मेधके रीति कंटशीमे भति!
बलम सिरोहीसे अंग अंग येधके । मगमुच दीपाती थी विपम गति !!
यह या अवमेध! धनी महान क्षति ।।
यह था धर्म कर्म धर्म धर्मपा था
यह या धर्म मर्म भुः निर निति
और तो और भरे निद विकट स्रा प्रति
अपने मुत रक्षणको मोर मा भान युग
होगए एतने पतित थे गरा गारमें
उस कारके मानव गण। नियमहारभे, पथ पर देखे थे
य, दुरप करते थे प्रत्येक क्षण ! मामा
अपने ममानही
महाधारी दीन हीन मानयको afrature
महाबर मिहिन मातारा
पायस मांक देने थे mari भी पुरान!
पास मान! भो मोह :: पापा उपास एक
परमार
(4. १२४ो )