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(१०) श्री पं० सच्चिदानन्दजी शर्मा साहित्य शास्त्री (११) ,, धर्मसिंहजी वर्मा साहित्यशास्त्री. विशारद (१२) , जे.सी. पाल स्नातक बिहार विद्यापीठ (१३) ,, हुक्मीचन्द्रजी जैन (१४) ,, पं० क्रान्तिचन्द्रजी उनियाल आयुर्वेद विशारद , सुन्दरमणिजी
हिन्दी प्रभाकर (१६) ,, पं० श्यामाचार्यजी । [१७,, भीखमचन्दजी सुराणा (१८) ,, राजकुमारजी जैन हिन्दी भूषण (१९),, फकीरचन्दजी शर्मा (२०) ,, रतनलालजी सेवग (२१), नन्दलालजी व्यास (२२) ,, किशनलालजी व्यास (२३) ,, फुसराजजी सिपाणी (२४), मुलचन्दजी सिपाणी (२५), पानमलजी आसाणी (२६) ,, बुलाकीदास मयेरण (२७), प्रेमचन्द सेवग (२८) ,, विजयसिंह (२६) ,, चोरदास माली
कन्यापाठशाला तथा श्राविकाश्रम (३०) श्रीमती रामप्यारी बाई (३१) , त्रिवेणी देवी (३२) ,, गौरां बाई (३३) , रतन बाई (३४) ,, ममोल बाई (३५) , भगवती बाई
संस्था का वार्षिक आय व्यय कलकत्ते के मकानों का किराया खर्च के बाद बचा हुआ १४६३१॥12) और व्याज का रु० ५६uja कुल रु. १५५२३॥ पाये जिसमें १३६६.६॥ बालपाठशाला, विद्यालय,नाइटकालेज कन्यापाठशाला और शास्त्रभडार आदि खर्च हुए।