________________
श्री सेठिया बाल पाठशाला में हिन्दी, अंग्रेज़ी, वाणिज्य, धर्म, गणित, इतिहास, भूगोल आदि विषयों को प्रारम्भिक शिक्षा दी जाती है। विद्यालय के अन्तर्गत हिन्दी, संस्कृत और प्राकृत की उच्च कक्षाओं की पढ़ाई होती है । हिन्दी में पञ्जाब विश्व विद्यालय को हिन्दी रत्न, हिन्दी भूपण, हिन्दी प्रभाकर आदि परीक्षाओं तथा हिन्दी विश्व विद्यालय प्रयाग की विशारद एवं साहित्य रत्न परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है । संस्कृत में काशी और कलकत्ता की प्रथमा और मध्यमा एवं तीर्थ आदि परीक्षाओं का अध्यापन होता है । प्राकृत में जैन शास्त्र
और आगम पढ़ाये जाते हैं तथा धार्मिक परीक्षा बोर्ड रतलाम को तैयारी कराई जाती है । श्री सेठिया नाइट कालेज के अन्तर्गत मैट्रिक, एफ० ए०, (राजपूताना और पञ्जाब) तथा बी० ए० (पञ्जाब और आगरा विश्व विद्यालय ) की कराते हैं । कालेज में अंग्रेजी, हिन्दी, गणित, इतिहास, तर्क शास्त्र तथा संस्कृत आदि विषयों का शिक्षण होता है । कन्या पाठशाला में हिन्दी, धर्म, गणित, सिलाई, बुनाई और कशीदा की शिक्षा दी जाती है।
उपरोक्त विभागों के अतिरिक्त ग्रन्थालय तथा मुद्रणालय विभाग भी हैं । इन विभागों में पुस्तक प्रकाशन, ग्रन्थ संग्रह, संशोधन तथा साहित्य निर्माण आदि कार्य होते हैं । ग्रन्थालय में छपी पुस्तकों के अलावा हस्त लिखित ग्रन्थों का भी अमूल्य संग्रह है। अब तक ६३ छोटी बड़ी पुस्तकों का प्रकाशन इस विभाग द्वारा हो चुका है। प्रकाशन अधिकांश धार्मिक है । कुछ पुस्तकें नीति, व्याकरण, साहित्य और कानून पर भी निकली हैं।
उपरोक्त समस्त संस्थाओं के सुचारू एवं निर्विघ्न संचालन के लिये श्री सेठिया जी ने लगभग पांच लाख रुपये की स्थावर संपत्ति सस्थाओं के नाम करा दी है। इस जायदाद का अधिकांश कलकत्ता में मकानों और दूकानों के रूप में है । उसी के किराये से संस्थाओं