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२२१ Catalogue of Sanskrit, Prakrit, Apabhramsha & Hindi Manuscripts
(Stotra)
Closing . ........."उस लक्ष्नी को विवश होकर इस स्तोत्र के पठन
अध्ययन करने वाले पुरुष के पास आना ही पड़ता है ॥२८॥ Colophon: इति भक्तामरसमाप्त ।
हस्ताक्षर बालकृष्ण जैन पालम निवासी। मिती मार्गशीर्ष शुक्ला ९ गुरुवासरे सम्वत् विक्रम १९७१ इति शुभम् । मङ्गलमस्तु।
Opening : Closing |
६१८. भक्तामर स्तोत्र देखें, 30 ६०७ । देखे क्र0 ६०७ ।
इति मानतुगाचार्यकृत भक्तामरस्तोत्र समाप्तम् ।
१९. भक्तामर स्तोत्र
Opening |
Closing : Colophon:
देखे ऋ0 ६०७ । देखें, 30 ६०७ ।
इति श्री मानुङ्गाचार्यविरचित श्री भवतीमरस्तोत्र सम्पूर्णम् । ६२०. भक्त स्तोत्र टीका
Opening ! देखे, क्र0 ६०७ ।
Coleing : देखे ऋ० ६२६ । Colonhon: इति भक्तामरस्तोत्रस्य टीका पडित हेमराजकृत सपू
र्णम् । सवत् १९१६ तत्र माघकृष्ण वुधवासरे लिखित अबाशंकर।
६२१. भक्तामर स्तोत्र मंत्र
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चदन अगर लवग वालछड शालीतिल अरलु मिठाई दूध घृत इनकी आहुति दशाश होमेन