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( १२ ) विषय
पृष्ठ नन्दि जी वाले सूत्रों का हाल इत्यादि पूर्वोक्त । सविस्तर समाप्त किया है।
१२५ ___२४ प्र-क्या जैन सूत्रोंमें मर्ति पूजा मन्हे भी है।
उत्तर-पूर्वोक्त सूत्रों में धर्म प्रवृत्ति मे तो मूर्ति पूजा का जिकर ही नहीं है परन्तु तुम्हारे माने हुए ग्रन्थों मे ही मूर्ति पूजा का निषेध है, वह यह है,यथा प्रथम व्यवहार सूत्र की चूलि का भद्रबाहु स्वामी कृत सोलह स्वप्नाधिकार २य,महानिशीथका तीसरा अध्ययन ३ विवाह चुलिका सूत्र ४ जिन वल्लभ सूरी के शिष्य जिनदत्त सूरी कृत संदेहां दोलावली प्रकरण मे से पाठ अर्थ सहित लिख दिखलाया
२५ प्र.-कई एक कहते हैं कि जैनमत में १२ वर्षों काल
पीछे मूर्ति पूजा चली है कई एक कहते हैं कि महाबीर स्वामी के समय मे भी थी और कई एक कहते हैं कि पीछे से ही चली आती है इस में से कौनसा ठीक है?