________________
. . १३
राजपूतः-शायपुरमें..
हमः-ओहो! अस्सी वर्षसे कैदमें हो ? अर्थात इस अनुमान से आध मील महदूद गांव में ही कैदी हो, और जब तक जीओगे इसी गांव में रहोगे वा कहीं लादौर, कलिकत्ता, जयपुर, जाकर रहोगे वा घूमते फिरोगे?
राजपूतः-यहां ही रहूँगा; मुझे क्या आवश्यक्ता है जो कि जगहश् रहूं वा कहीं घूमता फिरूं?
हमः--तो क्या तुम उमरकैदी दो ! - राजपूतः-कैदी किसका हूं; मैं तो स्वइच्छा और स्वाधीन यहां ही का वासिंदा हूं. मेरा कोई काम अमे तो परदेश में नी जाऊं नहीं तो क्यों जाऊं?
दमःलला! यदि तुमको राजा सादिव की आज्ञा हो कि तुम एक मास तक शायपुर से कहीं वादिर नहीं जाने पावोगे तब तुम क्या करो?