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________________ बेलगाम जिला। (३) दक्षिण भाग। (२१) बेलगाम जिला। इसकी चौहदी इस प्रकार है उत्तर-मीरज और जथका राज्य, उत्तर पूर्व बीजापुर, पूर्वजमखंडी, मुधल, कोल्हापुर और रामदुर्ग राज्य दक्षिण व दक्षिण -धाड़वाड़ और उत्तरकनड़ा, कोल्हापुर और गोआ, पश्चिम सावंतवाड़ी और कोल्हापुर राज्य ॥ इसमें ४६४९ वर्गमील स्थान है । इस जिलेमें रिश्ना, घटप्रभा और मलप्रभा मुख्य नदिये हैं । इतिहास-यहां सबसे प्राचीन स्थान हालती है। जो नौ कादम्ब राजाओंकी राज्यधानी है । ७ ताम्रपत्र मिले हैं। प्राचीन चालुक्योंने १५०से ६१ तक, फिर पश्चिमी चालुक्योंने ७६० तक, फिर १२५० तक राष्ट्रकूटोंने ज़िनकी शक्ति राट्ट महामंडलेश्वरोंमें जीवित रही जिन्होंने सन् ८७५ से १२५० तक राज्य किया । इनकी राज्यधानी पहले सौन्दत्ती थी तथा सन् १२१०में वेणुग्राम या बेलगाम हो गई। १२वीं और १३वीं शताब्दीके प्रारम्भमें गोआके कादम्ब राजाओंने सन् ९८० से १२५० तक हालसी जिलेके भाग और वेणुग्राम पर राज्य किया। तीसरे होसाल राजा विष्णुवर्धन या विट्टिदेवने (सन् १९०४-४१) हालसीके
SR No.010444
Book TitlePrachin Jain Smaraka Mumbai
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShitalprasad
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year1982
Total Pages247
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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