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अव्यय (त) 2/2 स अव्यय (पाव) व 2/1 सक (सुक्ख) 2/1 (महत) 2/1 वि
पावहि
=उनको =पादपूरक =पकडता है -सुख =विपुल
सुक्खु महतु
10 मूढा
सयलु वि कारिमउ
=हे मूर्ख (मूढ) =सब =ही =बनावटी =मत = स्पष्ट
न
तुस
=भूसे को
कडि सिवपइ रिणम्मलि करहि
(मूढ) 8/1 (सयल) 1/1 वि अव्यय (कारिमय) 1/1 वि अव्यय (फुड) 2/वि
| 1/1 स (तुस) 2/1 (कड) विधि 2/1 सक [(सिव) - (पत्र) 7/11 (रिणम्मल) 7/1 वि (कर) विधि 2/1 सक (रड)2/1 (घर) 2/1 (परियण) 2/1 अव्यय (छड) सकृ
रई
-शिवपद मे =निर्मल =कर -अनुराग =घर को =नौकर-चाकर को =शीघ्र =छोडकर
घरु
परियणु
ल
छडि
11 विसयसुहा
दिवहडा पुणु
[(विसय)-(सुह) 1/2] (दुइ) 6/2 वि (दिवह+अड) 6/2 अड स्वा
अव्यय __ (दुक्ख) 6/2
(परिवाडि) 1/1
=विषय-सुख =दो =दिन के =और फिर =दु खो का
परिवाडि
। पाहुडदोहा चयनिका ]
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