________________
पाहुडदोहा चयनिका के प्रूफ सशोधनो का कार्य अपभ्रंश डिप्लोमा के मेरे विद्यार्थियो, सुश्री प्रीति जैन एव सुश्री सीमा बत्रा ने, जो अकादमी मे कार्यरत हैं, सहर्ष और रुचिपूर्वक सम्पन्न किया है । अत मैं उनका आभारी हूँ । मैं सुश्री प्रीति जैन का विशेष रूप मे आभारी हूँ जिन्होने इस पुस्तक के सम्पादन - प्रकाशन मे महत्वपूर्ण सुझाव दिए ।
मेरी धर्मपत्नी श्रीमती कमलादेवी सोगारणी ने प्रस्तावना लिखते समय मुझे महत्वपूर्णं विचार दिए और व्याकरणिक विश्लेषरण का मूल प्रति से मिलान किया. इसके लिए मैं प्राभार व्यक्त करता हूँ ।
इस पुस्तक को प्रकाशित करने के लिए जैन विद्या संस्थान समिति एव उसके सयोजक श्री ज्ञानचन्द्र जी खिन्दूका ने जो व्यवस्था की है उसके लिए आभार प्रकट करता हूँ ।
- कमलचन्द सोगारणी
परामर्शदाता अपभ्रंश साहित्य अकादमी जयपुर ।
पाहुडेदोहा चयनिका ]
श्री सन्मति ★
पुस्तकालय
玉つ
तगा
*
( ix