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नेमिनाथ चरित्र वह रात वहीं व्यतीत की। सुबह सूर्योदयके पहले ही वे उठ बैठे और हाथ-मुँह धो, दक्षिण दिशाकी ओर चल पड़े। ___कुछ दूर आगे बढ़ने पर उन्हें गिरितट नामक एक गॉव मिला। उसमें जोरोंके साथ वेदध्वनि हो रही थी। एक ब्राह्मणसे इसका कारण पूछने पर उसने कहा :--"हे कुमार ! राजा रावणके समयमें दिवाकर नामक एक विद्याधरने अपनी पुत्रीका विवाह नारद ऋषिके साथ किया था। उन्हींके वंशका सुरदेव नामक एक ब्राह्मण इस समय इस गाँवका स्वामी है। उसकी क्षत्रिया नामक पत्नीसे उसे सोमश्री नामक एक कन्या उत्पन्न हुई है, जो वेदोंकी अच्छी जानकार मानी जाती है। इसके व्याहके सम्बन्धमें कराल नामक एक ज्ञानीसे प्रश्न करने पर उसने बतलाया, कि जो वेदपाठमें इसे जीतेगा, उसीसे इसका विवाह होगा। उनका यह वचन सुनकर सुरदेवने इसी आशयकी घोषणा कर दी है। इसीलिये अनेक युवक, जो उससे व्याह करने के लिये लालायित हैं, रात दिन वैदका अभ्यास करते रहते हैं। और ब्रह्मदत्त नामक