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श्री महावीर जीव कल्याण समिति
समाज मे लोकोपकारक कार्य होते हुए भी एक कमी का अनुभव किया जा रहा था कि समाज मे कोई ऐसी सुविधा नही है जिसके माध्यम से अपेक्षित व्यक्तियो की गुप्त सहायता आदि करके व्यथा का निवारण किया जा सके ।
इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु श्री महावीर जीव कल्याण समिति की स्थापना की योजना विचारार्थं आई कि एक ऐसा ध्रुव कोष बनाया जाय जिसके मूलधन को सदा सुरक्षित रखते हुए उसकी व्याज की आय से उद्देश्यपूर्ति हो । इसको साकार रूप दिया श्री गुलाल जी जैन देहली, श्री नियामतराम जी, श्री पोखरदास जी, श्री जयकुमार जी, श्री रमेश मुलतानी, श्री शीतल कुमार जी जयपुर ने ।
इसकी रूपरेखा बनाई गई, प्रारूप तैयार हुआ कि इस कोष मे प्रारम्भ मे 5 लाख रुपये एकत्रित करने का लक्ष्य रखा जाय ।
प्रसन्नता की बात है कि इस कोष मे अनुमानत. 1,75,000 ( पौने दो लाख रुपये) के वचन तो उसी समय मिल गये । करीब 55,000 ) रुपये मिलते ही कार्य प्रारम्भ कर दिया गया ।
यह कोष पूरी मुलतान दि० जैन समाज का चिरकाल तक एकता का सूत्र एव प्रतीक बना रहेगा । जिसका प्रमाण है कि इसके प्रारम्भिक सदस्य श्री गुलाल जी, श्री गुमानीचन्द जी, श्री प्रेमचन्द जी, श्री तोलाराम जी आदि देहली एव श्री नियामतराम जी, श्री पोखरदास जी, श्री माधोदास जी, श्री जयकुमार जी, श्री अर्जुनलाल जी, श्री जवाहरलाल जी, श्री रमेश मुलतानी, श्री शीतलकुमार जी आदि जयपुर ।
विश्वास है कि पूरा समाज इसमे तन-मन-धन से सहयोग देते हुए इसके उद्देश्यो की पूर्ति में भागीदार बनता रहेगा ।
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मुलतान दिगम्बर जैन समाज - इतिहास के झालोक मे
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