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महावीर युग की प्रतिनिधि कथाएं
" अत. भव्य प्राणियो । विचार करो | अच्छे कर्मों का परिणाम अच्छा आर बुरे कर्मो का परिणाम बुरा होता है । इससे पृथक कुछ हो नहीं सकता ।"
भगवान की कल्याणी वाणी ने कोणिक के हृदय में ज्ञान ज्योति को जला दिया । वह अब भक्तिपूर्वक, विनयपूर्वक अपना जीवन-यापन करन लगा । उसे अनुभव होता था कि जैसे वह क लम्बी नींद से जागा है आर मवेरा हो गया है ।
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--- उबवाई सुत्त