________________
110
महावीर का जीवन सदेश करे और ससार के संघर्षों को मिटाकर शान्ति स्थापना की तैयारी करे । निर्विकार प्रेम के बल पर ही यह साधना सिद्ध होने वाली है। इसके लिए जातिभेद, भाषाभेद, सस्कृतिभेद, वणभेद, मतभेद आदि सब भेदो को लाप कर हर एक स्थिति मे मूलभूत विश्वात्मैक्य को पहचानने की साधना सारी दुनिया को करनी है।
१२ फरवरी १९५७