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( २०४ ) प्र. १८१ म. स्वामी की देशना से राजगृही में
किस-किसको बोध प्राप्त हुआ था ? ___ महाराज श्रेणिक, अभयकुमार, मेघकुमार,
नन्दीषेण कुमार। प्र. १८२ मेघकुमार ने मगध के राजसिंहासन पर बैठ
कर क्या आदेश दिया था ? मगध के राजसिंहासन पर बैठकर भी मेघ कुमार आत्मसिंहासन से दूर नहीं हटा ! राज्यसत्ता पाकर भी वह आत्मसत्ता से विस्मृत नहीं हुआ। श्रोणिक के प्रश्न के उत्तर में उसने बड़ी दृढ़ता और निस्पृहत्ता के साथ कहा-"पिताजी ! आप मेरे लिए कुछ करना ही चाहते है तो मेरे दीक्षामहोत्सव की तैयारी कीजिये। मैं कल प्रातः
ही दीक्षित होना चाहता हूँ।" प्र. १८३ मेघकुमार ने मगध पर एक दिन का राज्य
करने के बाद क्या किया था ? एक दिन का राज्य स्वीकार कर मेघकुमार दूसरे दिन संसार के समस्त भोग व ऐश्वर्य का त्याग कर वह भगवान महावीर के वरणों में पहुँचा और अनगार बन गया।
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