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उत्तरज्झयणं .
लद्धण वि आरियत्तणं
अहीणपंचिन्दियया हु दुल्लहा। विगलिन्दियया ह दीसई
समयं गोयम ! मा पमायए ।। १७ ।। अहीणपंचिन्दियत्तं पि से लहे
ऊत्तमधम्मसुई हु दुल्लहा । कुतित्थिनिसेवए जणे
समयं गोयम ! मा पमायए ।। १८ ॥
लद्धण वि उत्तमं सुई
___सद्दहणा पुणरावि दुल्लहा । मिच्छत्तनिसेवए जण
समयं गोयम ! मा पमायए ।। १६ ॥
धम्म पि हु सद्दहन्तया
दुल्लहया काएण फासया । इह कामगुणेह मुच्छ्यिा
समयं गोयम ! मा पमायए ॥ २० ॥
परिजूरइ ते सरीरयं
केसा पण्डरया हवन्ति ते । से सोयवले य हायई
समयं गोयम ! मा पमायए ॥ २१ ॥ परिजूरइ ते सरीरयं
केसा पण्डुरया हवन्ति ते। से चक्खुवले य हायई
समयं गोयम ! मा पमायए ।। २२ ।।