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जैन तीर्थयात्रादर्शक ।
( ३६ ) नरायना स्टेशन । स्टेशन से पूर्वकी तरफ नरायना ग्राम ठीक है। यहांपर मंदिर और प्राचीन प्रतिमा बहुत हैं । २५ घर दि० जैनियोंके हैं । यहांपर दादुरा साधुओंका बड़ा झण्डा है । बहुत प्राचीन कक्षों रुपयेका काम है । एक बड़ा भारी तालाब है। हजारों दादुरपंथी साधु मेलाके समय आजाते हैं। दादुरपंथी मनुष्य यहांपर बहुत आते हैं। दादुरामजीके जगह २ पर हजारों मुकाम हैं । चरणपादुका है ! लोग यहांपर पूजा भेंट चढ़ाते हैं । नृत्यगान भी करते हैं । हजारों साधु जीमते हैं । फिर यहांसे बैल गाड़ी भाड़े करके १६ मील कच्चे रास्तेसे मौजाद जाना चाहिये । बैक गाड़ीका भाड़ा जाने आनेका ४) रुपया अंदाजा लगता है। पूछ लेना चाहिये । बीचमें एक ग्राम पड़ता है । उसमें भी १ मंदिर I जैनियोंका है।
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( ३७ ) श्री मौजाद क्षेत्र ।
यह ग्राम ठीक है । १ पाठशाला, धर्मशाला और ५० के लगभग जैनियोंक घर हैं । २ मंदिर हैं । उनमें से १ मंदिर बहुत बड़ा ३ शिखरवाळा, १ भौंहरा, चौक मंडप, दालान सहित है । इसमें बड़ी२ विशाल ५ प्रतिमा बिराजमान हैं। यहांका दर्शन करके नरायना स्टेशन लौट आना चाहिये । फिर टिकट =) देकर फुलेराका लेवे । बीचमें गाड़ी बदले । फुलेरासे ३ लाईन जाती हैं। I १ रींगस जंकशन होकर रेवाड़ी तक जाती है ।
फुलेरा से टिकट १) अंदाजा लगता है। सो रींगस गाड़ी बदलकर सीकर शहर जाना हो तो जावे ।