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जैन बीर्थयात्रादर्शक । १-नागदा (उज्जैन), छत्रपुर (झालरापाटन), सवाईमाधोपुर (चमत्कारजी), कोटा (बुद्धि वांदरन), पटुन्दा (महावीर चानणगांव), केशवनी, पाटनगांव, बयाना जंकशन, आगरा, मथुरा तक ।
२-दाहोद गोका डाकोरनी, आनंद, अहमदावाद, गोधरासे चांपानेर (पावागढ़) वड़ोदरा तक ।
३-बड़नगर, फतीहाबाद, इन्दौर, महुयार, बड़वानी, कुकसी, तालणपुर, मांडुपहाड़ आदि, मोरटक्का (ग्वेडीघाट, ओंकारजी) बड़. वाह, सनावद, खंडवा तक।
४-झावरा, मन्दसौर, प्रताबगढ़ आदि, नीमच, (चूलेश्वर, विनोलिया पार्श्वनाथ), केशरपुरा (जावद), निम्बाहेडा (चीतोड़गढ़ मादि) सबका हाल इस पुस्तकमे मागे-पीछे लिखा गया है। सो देख लेना चाहिये। अब आगे जानेवाले या पीछे जानेवाले, चाहे जिधर चले जावें । यहांसे इन्दौर तरफ जानेवालोंको बीचमें बड़नगरके आगे फतीहाबाद स्टेशन पड़ता है। वहांसे गाड़ी बदलकर उम्मैन आना चाहिये । रतलामसे बड़नगरका रेलभाड़ा ॥) और फतीहाबादसे ।-) लगता है।
(१२) बड़नगर ( उज्जैन)। स्टेशनसे शहर एक मील है, ॥) सवारी तांगाका किराका देकर शहरमें मालवा प्रांतिक शुद्ध औषधालय व अनाथालय है, वहीपर ठहरना चाहिये । अनाथालय आदिका कार्य देखकर अपनी शक्तिके अनुसार दान देना चाहिये । ला० भगवानदासनी मंत्री मच्छा काम करते हैं। शहरमें ३ दि. जैन मंदिरके दर्शन करें। -यहां नियोंकि बहुत घर है। अपना कार्य करके स्टेशनपर भाजाय।