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जैन तीर्थयात्रादर्शक । और महोली स्टेशन (नाथद्वारा रोड) से भी दक्षिणकी तरफ २० मील भीडरका राम्ना है, राम्ता सब कच्चा है ।
(२) उदयपुर । उदयपुर स्टेशनमे २ मीलकी दूरीपर धानमंडीमें धर्मशाला व जैन पाटशाला है। यहींपर ही यात्री लोगों को उतरना चाहिये । यहींपर और शहरमें तथा शहरके बाहर भी अन्य मतावलंबियों की राजासाहिबकी धर्मशालाएं हैं। जिनमें बहुतसी किराये पर भी मिलती हैं । शहर बहुत बड़ा तथा दरबार भी रानासाहिबका है। एक किला है । निमके २ दरवाजे हैं, दश दि० नैन मंदिर हैं। उनमें प्राचीन प्रतिमाएं दर्शनीय हैं । यहाँका दर्शन पैदल या घोड़ा गाड़ी आदिमे करना चाहिये। एक जैन मंदिरमें शिखर जीका पहाड बना हुआ है । गहरमें बाजार, राजामा० महल, पानीके नीचे महल, पीछोला नामका तालाय, स्वरूपसागर, फतेसागर भादि तालाव, पलटन फोन, अजायबघर देवने योग्य है । यहांपर मत्र प्रकारका खानेपीने का सामान शुद्ध, सब देशोंका कपड़ा, जेवर मादि हरएक चीन सस्ती और शुद्ध मिलती है । उदयपुरसे १० मीलकी दूरीपर शिवधर्मियोंका एक बड़ा भारी तीर्थ है। उदयपुरसे ४० म्बरी कर लिया गया है ! यहां पर एक करोडपति बनजाग रहता , उसीने यह मंदिर बनाया था । यह मंदिर वेताम्बर होजाने पर भी देखना अवश्य चाहिये।
१ महोली-(नापद्वागगेड ) से श्रीनापजी नाथद्वारा १० कोग है पक्की सड़क है । स्टेशन पर हरतरहकी सवारी मिलती है । नाथद्वाराका हाल नं० २ से जानो । उदयपुर लाइनमें हरएक स्टेशन के पास गना साहिबकी धर्मशालाएं है । यहाँसे भागे उदयपुर बहर भाता है।