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जैन तीर्थयात्रादर्शक। [१७५ गढ़में लगवाये ।इम समय भी यह शहर लंबा-चौड़ा हैं। एक जैन बोर्डिंग भी है। यहाका मब दर्शन करके और मोटर किरायाका २) देकर म्नवनिधि जाना चाहिये। नीपाणी" मे ३ मोल इस तरफ व वेलगांवमे ३८ मोल यह क्षेत्र बीचमें पड़ता है।
(२९० ) नवनिधि । मडककी उत्तर दिशामें दमग राम्ना पहाटके पाससे जाना है। यहापर बटा पहाट व जगल है। एक गट, धर्मशाला व दुकान है । पहाइपर कुआ है । यहा प्राचीन काल के ४ मदिर है । अनिशयवान प्रतिमाए भी है । । मानम्नम है । १ मंदिरमें भैरव क्षेत्रपालको मुर्ति है। यहा पर दनारों लोग बोल चढ़ाने आने है । मुनीम-पुना भी रहता है । भदा देना चाहिये । लोटकर नीपाणी आवे । ३ मोर परना है।
... ) निपाणी गहर। यह शहर अच्छा है । २ दि मन मदिर बहर घर ननियोंके है । यहामे १) मवारी देकर मोर या तानामे कोल्हापुर मावे।
( २) कोर गहर। स्टेशन के मामने पम हो 'द. मन धर्मशाला है । मंदिर नो है । मो पूछ कर चला नाना -ये। टमीके पास अन्यमतियोकी धर्मशाला वालानोके मर में है । दोनों जगह ठहर सकने है । गहम्में मेट माणिक वट होगचन्द बंबईवालों का बोर्डिंग है । स्टेशनसे । मोल चौकबाना में धर्मशाला, कुआ, बगीचा व मंदिर है । बोर्डिगसे १ आदमीको माथ लेकर शहरमें दर्शनोंको जाना चाहिये । बोडिंगके मंदिरमें २ प्रतिमा स्फटिकमणिकी है।