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नयरेखादर्शन.
प्रश्नोत्तरावली। प्र० नय अर्थात् क्या ? उ० नय का अर्थ आंशिक (अंशतः ) सत्य है। अनेक धर्म
युक्त वस्तु में किसी एक धर्मविषयक जो अभिप्राय होता
है उस को जैन शास्त्रों में नय की संज्ञा दीयी है। प्र० निश्चय नय का क्या अर्थ है ? ७० वह दृष्टि जो कि वस्तु की तात्त्विक स्थिति को, अर्थात
वस्तु के मूल स्वरूप को स्पर्श करनेवाली है उस को निश्चय
नय कहते हैं। प्र. व्यवहार नय अर्थात् क्या ?
१ यह लेख आत्मानन्द प्रकाश के पु, २८ अंक २ पृ, ४१ में प्रगट किया है।