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२- द्रव्य गुण पर्याय
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१४. शरीर को छोड़े बिना प्रदेश बाहर निकलना क्या ?
कारण विशेष को प्राप्त करके जीव के प्रदेश फैल जाते हैं । तब वे अपने मूल शरीर में भी रहते हैं और उससे बाहर चारों तरफ आकाश में भी ।
६ - अन्य विषयाधिकार
१५. क्या समुद्धात सभी जीवों को होता है ?
नहीं, किसी किसी जीव को क्वचित कदाचित कारण विशेष मिलने पर होता है ।
१६. समुद्धात कितने प्रकार का होता है ?
सात प्रकार का - मारणान्तिक समुद्धात् कषाय समुद्धात्, वेदना समुद्धात्, वैक्रियक समुद्धात्, तैजस समुद्धातु, आहारका समुद्धात् और केवली समुद्धात् ।
१७. मारणान्तिक समुद्धात किसे कहते हैं ?
मरण समय किसी किसी जीव के प्रदेश फैल कर अपना इष्ट स्थान तलाश करने जाते हैं । इस स्थान का स्पर्श करके वापस शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। इसे मारणान्तिक समुद्धात् कहते हैं ।
१८. कषाय समुद्धात किसे कहते हैं ?
कषाय वश जीव के प्रदेशों का कदाचित फैलना कषाय समुद्धात है ।
१६. वेदना समुद्धात किसे कहते हैं ?
तीव्र वेदना में किसी जीव के प्रदेश कदाचित फैल कर योग्य औषध या जड़ी बूटी का स्पर्श करके वापस शरीर में प्रवेश करे सो वेदना समुद्धात है |
२०. मारणान्तिक, कषाय व वेदना समुद्धात किसे होता है ? सभी प्रकार के जीवों को होने सम्भव हैं ।
२१. वैक्रियक समुद्धात किसे कहते हैं व किसे होता है ?
अपने शरीर को बड़ा या छोटा बना लेने में; अथवा विक्रिया द्वारा अनेक शरीर बना लेने में उस जीव के प्रदेशों का फैलना या सुकड़ना तथा फैलकर सब शरीरों को क्रियाशील बना