________________
तीसरा दिन
___अर्जुन ने विनीत भाव से कहा-"मधुसूदन | मुझे क्षमा कीजिए, मैं अपनी सुस्ती पर बहुत लज्जित हू। पाप रथ पर चलिए, 'व आपको कोई शिकायत नहीं रहेगी।
अर्जुन के बार बार आश्वासन देने पर श्री कृष्ण लौटकर रथ पर आ बैठे और सतर्कता से रथ हाकने लगे। अर्जुन पूरे वेग से युद्ध करने लगा। उसने ऐसा आक्रमण किया कि कौरवो की सेना तितर बितर हो गई। सूर्यास्त होते होते कौरव सेना थक कर चूर हो चुकी थी और अर्जुन ने कुछ ही देर मे हजारो शूरवीरो को मार
गिराया था।