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चारदात की ग्राम मया माँ जो कर मुनिराज ने प्रार्थना की कि 'महागज' प्राप
tifमाननान नहा। पुत्र का मुस न देखने ने माना ? रहना फ्याकि जिन घर में बालक रुपी 125.1 प्रशासनाना 7. घर मा प्रबकार पूर्ण ही रहना है। माप च नाने की रपा कारि मिमा भान्ध में मकान Foreatreीमामा नागनगी कभी तुनक २ कर चलने FAST पालापान में गुगरिन तागा या नदी पार चदि हमारे मा. नतिजी ना कर नमानी । पर मन मुच बताकर
काय कामात काजिये। पनीमा पार का घर भीत्र हो पुत्र रत्न की ज्योति के जगमगांगंगा' गुनिया ने शान पोर प्रेम भरे शनी में उत्तर
मा "यार मार ही कहा कि पाप लोगो का पावर धर्म के पालन में मना प्रकार मावधान राना चाहिये।
गुममा ग. पचाननुभद्रा की कोच ने एफ पुत्र रत्न उत्पन्न पा जार काम करने पचात नामकरण सस्कार के दिन उसका नाम मार,