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कारण-निमित्त-साधन । कार्मण-जीव-प्रदेशो से सम्बद्ध आठ प्रकार के कर्म-पुदगल । कार्मण-वर्गणा-ज्ञानावरण आदि आठ कर्मों का समुच्चय । कार्मण-शरीर-कर्म-पुद्गलो का ही बना हुआ एक अत्यन्त
सूक्ष्म शरीर । काल-द्रव्य-परिणमन में सहायक हेतु । काल-कल्प-समय सम्बन्धित शास्त्रोक्त विधान । कालकूट-उत्कृष्ट विष-विशेष । काल-चक्र-वीस कोटाकोटि सागरोपम परिमित समय । विश्
के ह्रास एवं विकास का आधार । कालधर्म-मृत्यु । काल-पुरुष-पुरुष-चिह्न का अनुभव । काल-युति-जीव आदि द्रव्यो के दिन, माह और वर्ष आदि
_____ का काल के साथ मिलाप । कालरात्रि-प्रलय-समय । काल-लब्धि-विशिष्ट कम-स्थिति । काललोक-समय, आवली आदि काल । कालाणु-समय का घटक ; बन्धनमुक्त प्रदेश संयोग । कालुष्य-कषायों से चित्त की क्षुब्धता ।
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