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अपवर्त-विष, शस्त्र आदि से आयु-स्थिति पर आघात । अपवर्तन-अपनी प्रकृति में स्थिति की कटौती या अन्य प्रकृति
___ में उस स्थिति का स्थानान्तरण । अपवाद-अपनी सुविधा के लिए समारत विकल्प । अपात्र-तत्त्व-श्रद्धा-विहीन । अपाय-श्रेयस्कर साधनो का विनाशक प्रयोग। अपायदर्शी-सम्यक्त्व की विनाशक क्रियाओ का प्रेक्षक । अपाय-विचय-श्रेयस्कर उपायो का चिन्तन । अपूर्वकरण--साधक की अष्टम भूमिका, पूर्व में अप्राप्त आत्म
परिणामो की प्राप्ति एवं वृद्धि । अपोह-संशय के कारणभूत विकल्प का अभाव । अपकायिक-जल की देह धारण करने वाले जीव । अप्रतिघात-ऋद्धि-अभेद्य पदार्थों में भी प्रवेश करने की शक्ति। अप्रतिबद्ध-बन्धन-मुक्त अनासक्त साधु । अप्रतिबुद्ध-कर्म और कर्म-फल को आत्मा तथा आत्मा को
कर्म और कर्म-फल जानने वाला वहिरात्मा । अप्रत्याख्यान-देशसंयम ; रागात्मक या कषायात्मक विषयो
का अप्रतिबन्ध या आंशिक त्याग। अप्रदेश-एक प्रदेशी परमाणु ।
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