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अध्युपन्नता-इन्द्रिय-विषयों के सेवन में एकचित्तता। अध.व-प्रत्यय-पदार्थ का न्यूनाधिक अवग्रह । अध्र व-बन्ध-विनष्ट पूर्व-बन्ध की पुनः उदय में आने वाली
स्थिति। अध्र वानुप्रेक्षा-संसार की क्षणभंगुरता का पुनः पुनः चिन्तन। अनगार-गृही-जीवन का परित्याग करनेवाला संयमी मुनि । अननुगामी अवधि ज्ञान- स्वामी के साथ अन्य क्षेत्र या अन्य
भव में सहचारी न बनने वाला प्रत्यक्ष ज्ञान । अनन्त-केवल ज्ञान की ही विषय बनने वाली अन्तहीन राशि । अनन्तकायिक-कंद, मूल आदि अनन्त जीव वाली वनस्पति। अनन्तानन्त-अनन्त x अनन्त । अनन्तानुबन्धी-अन्तहीन परम्परा को प्रवर्तित करनेवाला
कषाय-भाव । अनर्थ-दण्ड-निरुद्देश्य पापमुलक कार्य । अनवस्था-दोष-तथ्यहीन सन्दर्भो' पर निरन्तर कल्पनाएँ
___ करते रहना। अनशन-कम-क्षय करने के लिए यथाशक्ति आहार-त्याग । अनाकांक्ष-क्रिया-आगम-निर्दिष्ट आवश्यक कार्य करने में
उपेक्षा-वृत्ति।