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संविग्न - मोक्ष सुख का इच्छुक ।
संवेग - धर्म के प्रति अनुराग ।
संवेजनी कथा - पुण्य फल की चर्चा सदूविचारो का उपदेश । संव्यवहार - प्रवृत्ति - निवृत्ति रूप समीचीन व्यवहार । सविकल्प - विकल्प -युक्त ; परिणाम ; वैचारिक ऊहापोह । सविकल्प चारित्र - विशुद्ध आत्मा से राग-द्वेषादि रूप विकल्पो की निवृत्ति ।
सविचार - अर्थ, शब्द और योग का संक्रमण |
संशय - सन्देह; निश्चय का अभाव ; 'ऐसा है या ऐसा' की मनोभावना |
संशय - मिथ्यात्व -- वस्तु स्वरूप के निश्चय का अभाव । संश्लेषबन्ध - रूक्ष एवं स्निग्ध द्रव्यों का परस्पर में बन्ध । संसक्तभ्रमण -- ससर्ग-युक्त साधु भोजन प्राप्ति या प्रतिष्ठाप्राप्ति के लिए तप, प्रवचन आदि करने वाला साधु । संसार - जगत ; जीव की अशुद्ध दशा ; नरक, तिर्यंच, मनुष्य एवं देवगति में परिभ्रमण ; जन्मान्तर में गमन । संसारानुप्रेक्षा - संसार की नश्वरता का अनुचिन्तन । संसारी -- संसार स्थित जीव ।
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