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वासु-चम्पा | फा. वसुपू-1 जया | पाडा फाल्गुन चंपा | माघ इच्वाकु पूज्य | पुरी | व१४ |ज्यरा. | माता |काल. शु. १५/ पुरी | शु.२
विमल कंपिल | माघ कृतव- श्यामा वराह-माघ शु. कंपिल पौष | ., नाथ | पुरी | शु. ३ माराजा| माता कालक्ष ४ | पुरी | शु६ । अनंत- अयो- वैशाख सिंहसे- सुयशा- श्येन वैशाख अयो- वैशाख नाथ । ध्या | व. १३ नराजा माता | क. व १४. ध्या | व.१४ धर्म- रत्नपुरी| माघ | भानु-सुव्रता| वज्र- माघ शु रत्नपु.| पौष | नाथ | शु.३ | राजा | माता | लक्षण| १३
शांति-गजपुर ज्येष्ट विश्वसे अचिरा मृग-ज्येष्टव. गजपुर पौष शु. ..
व.१३ नराजा राणी लक्षण| १२
चैत्र |
कुंथु-गजपुर वैशाख सूर- श्री | अज चैत्र व. गजपुर व.१४ राजा राणी
५
अर-गजपुर मृगशी-सुदर्शन देवा नंदाव-| मृग. गजपुर का.शु. , नाथ
शु. १०/ राजा राणी र्तन का शु. १२/ मल्लि- मिथि| मृग- | कुंभ |प्रभाव- कलश मृग. | मिथि | मृग.| , नाथ | ला न.शु ११ / राजा तीरा. | |शु.११ ला न. शु. ११)
सुव्रत- राजगृ- ज्येष्ट सुमित्र |पद्माव- कूर्म-फा शु. | राज- | फाल्गु., स्वामी ही | व = राजा ती रा. लक्षण | १२ गृही न.व. १२/
नमि | मथुरा-श्रावण | विजय विप्रा- कमल-आपाढ़ मथुरा- मृग. | , नाथ | नगरी| व.८] राजा रानी |व.६ नगरी शु. ११ अरिष्टन सौरि-श्रावण समुद्र शिवा- शंख श्रावण गिर-आश्वि. , मि नाथ पुर | शु५ |विजय देवी | शु ६ | नार व. १५ पार्श्व-वाराण- पौष अश्व-| वामा-सर्प का पौष | वारा-चैत्रंव.] ,
नाथ | सी | व १०/ सेन | देवी | लक्षण | व. ११/ णसी| ४ | महावी- क्षत्रिय- चैत्र | सिद्धा-त्रिश-सिंह- मृग. ऋजुवा वैशाख , रस्वामी कुंड व १३ र्थराजा ला देवी काल.व. ११ लकान. शु. १०