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जैन-कथाओ का सास्कृतिक अध्ययन
चन्द्रमा आदि देखे थे । इनका फल यह हुआ कि वह एक भाग्यशाली एव पुण्यवान पुत्र की जननी बनी।
धन्यकुमार की कथा, पुण्याश्रव कथा कोश-पृष्ठ २८१ शुभाशुभ स्वप्नो की चर्चा के उपरान्त शकुनापशकुनो का भी कथानो मे उल्लेख हुआ है । पडित विश्वदेव का कथन है कि प्रस्थान करते ममय अथवा किसी नगरादि मे प्रवेश करते समय यदि दिगम्बर मुनि, राजा, घोडा, मयूर, हाथी और बैल मिले तो जानना चाहिये कि उस काम मे सिद्धि होगी।
पुण्याश्रव कथा कोश पृष्ठ २५६