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________________ पृथ्वीचं अने गुणसागरनुं चरित्र. श हे राजन् ! नयानक एवा आ संसारने विषे रहेनाराजीवोने मृत्युनो नय तो सदा सर्वदा मटतोज नथी अने सगां वहालांनो जे संयोग , ते पण जोतां जोतांमां नाश पामी जाय थने तेनो वियोग थया विना रहेतोज नथी. कारण के कर्मने वश पडेला प्राणीयो पोताना कर्मानुसारें अवतरे ले, तथा मरण पण पामे . तेमां पण जगतमांजेनी उपर बापणने घणोज स्नेह होय, ते थापणी सार्थेज जो मरता होय,तो तोव नहिं. पण तेम तो कर्मरूप जलप्रवाहमां पडेला जीवोनुं बनतुंज नथी माटें संसारमा पडेला जी वोना स्नेहनो तो त्याग करवोज उचित . वली आ संसारमा पंचेंडियना जे नोगो , ते पण माननी अणी पर रहेला जलबिंनी समान अस्थिर डे अने वली रोग, अने शोक रात्रि दिवस मनुष्यने बाट्याज करे . माटें ज्ञानीजनें तो धावा फुःखदायक संसारमा आसक्त थावं योग्यज नथी. हा, आ संसारमा रहिने जे जीव, पुण्योपार्जन करे, तथा स्वजन जननो स्नेह बोडी तपोलक्ष्मी साथे पोताना देहनी योजना करे अने सांसारिक सकल आयासने बोडी वनमां वास करे, तेज जीव नत्तम कहेवाय. या प्रकारनो कुलपतिनो करेलो उपदेश सांजलीने राजा तथा राणी वेदु जण वैराग्य पामी तापसी दीक्षा लेवाने तत्पर थयां, परंतु तेने दीन, दुःखित अने विधवा एवी पोतानी पुत्रीने बोडवानो महोटो विचार थ पड्यो ? हवे त्यां तो शोकथकी जराक विराम पामेली एवी तेनी पुत्री गुणमा लायें विनति करी के हे महाराज! आपने जो मने दीक्षा देवी योग्य नासती होय, तो आपो ? ते सांजली कुलपतियें कह्यु के दीदा जे लेवी, ते तो सदुने योग्यज , तेमां तम जेवां संसारमा महाकुःखी जीवने तो विशे बे करी लेवी जोश्ये बैयें ॥ यतः ॥ पीडितानां पराभूत्या, ताडितानां तथापदा ॥ स्थितानां नवस्थानां, शरणं तापसव्रतम् ॥ १ ॥ अर्थःपरानवथी पीडित अने आपत्तिथी ताडित, संसारने विषे अत्यंत दुःखित एवा जनने तो तापसव्रत जे , तेज शरण ले. ते सांजली पुष्पमाला राणी बोली के हे गुरो ! आ मारी पुत्री सगर्नाले, माटे सगर्ना एवी स्त्रीय दीदा लेवाय के केम? त्यारें कुलपतियें कह्यु के ते स्त्री जो सुखमां होय, तो तो लेवी घटे नहिं, परंतु जो ते दुःखित होय, तो लेवी घटेज . माटे या स्त्रीने उखनुं विस्मरण करवा माटे दीदा लेवी योग्यज . अने वली २०
SR No.010252
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1892
Total Pages517
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size66 MB
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