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________________ पृथ्वीचं अने गुणसागरनुं चरित्र. श्र नानि, नवंति महतामपि ॥ अश्रेयसि प्रवृत्तानां, कापि यांति विनायकाः ॥ १ ॥ अर्थः- मोहोटा पुरुषोने श्रेयस्कर कार्य करवामां घणांज विघ्नो आवे ने. अने पाप कार्य करवामां प्रवृत्तता एवा जनोने विघ्नो आवे , एम देखातां होय, तो पण क्यांक जातां रहे जे ॥ १ ॥ तेवां मुक्तावली राणीनां तीव्रवैराग्य युक्त अने संयम लेवामां उत्सुकता रूप वाक्य सांन ली मंत्री वगेरे कहेवा लाग्या के हे देवि ! धर्मासक्त जनने तो कोई पण विघ्न करी शकताज नथी. ते पली सूरसेन राजायें पोताना चंयसेन नामा पुत्रने महोटा महो त्सवथी राज्यगादी पर बेसारी पोताना कुलपरंपरानी सर्व राजरीति समजा वी, अने वली शोखामण पण दोधी, के हे पुत्र ! आ राज्यने विषे रहेजे, पण राज्यमा अति आसक्ति राखीश नहि ? कारण के ए राज्य ते केर्बु जे? तो के जे राज्य निरपराध बतां बंधीखानुं ! माथा पर नायक विना परवशपणुं ! बती चकुयें अंधपणुं ने ! मद्यपान कस्या विना नन्मदपणुं ! अने र विनानुं बंधनपणुं छे ! माटे ते राज्यमां तत्त्वबुद्धि रावीश नहिं. अने सर्व प्रजानें पुत्रनी पेठे सुखी करजे. सर्व ठेकाणे पुर्नीतिने वारजे. अने मंत्री वगेरेनी पण दीधेली शिदानुं चित्तमां स्मरण राखने. अने हे पुत्र ! पाप कर्म रहित धर्म करी कीर्निने वधारजे. आ प्रकारें पोताना चंइसेन पुत्रने शिखामण दर, श्रीजिनचैत्योने विपे अष्टाहिक महोत्सव करी, चारित्र वेश रहित एवा श्रावकोना वृंदनुं रूपं, सुवर्ण, मणि, मोति, वस्त्र, आजरणना दानोयें करी सन्मान पूजन करी, चंइसेन कुमार कस्यो में दीक्षा महोत्सव जेनो अने चंइमानी चंडिकासमान उज्ज्वल एवां वस्त्रोथी कस्यो ने शृंगार जेणे, पुष्पस्नग्, चंदन, तेणे करी अर्चित एवो ते राजा, मनुष्योयें वहन करेली एवी शिबिकामां, हर्षायमान थइ बेगे. पली सामंत, ममलेश्वर, सेनापति, मंत्री, श्रेष्ठी, सार्थ वाह, संधिपाल, उर्गपाल, तेणे अन्वित अने हस्त्यारूढ, अश्वारूढ त था रथारूढ, एवा लदावधिजनोयें परितृत, कोटि परिमित पालाउँथे व्याप्त बंदीद्वंदोयें स्तुति करेलो, धार्मिकजनोयें श्लाधित, दीन अने दौस्थ्य ने अनुकंपा दान देनार, एवो ते राजा, विविध प्रकानां वाद्यो वागते थके चारित्रने ग्रहण करवाने तत्पर एवा केटलाएक आमात्यादिकं सहित, उ
SR No.010252
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1892
Total Pages517
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size66 MB
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