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________________ ३०१ जैनकथा रत्नकोष नाग चोयो. घाणी फेरववामां, धोबी धोबीना काममां, लोहार लोहारना काममां, ए म माठी, कसाइ, वाघरी, हिंसक, चोर, कुंजार, चडीमार, थाहेडी, पर स्त्रीगमन करनार, कंदोई, व्यादिक सदु पोतपोताना काममां प्रवर्त्ते, परंपरा यें कुव्यापार प्रवृत्तिनी वृद्धि याय; तेथी महानर्थं उपजे. ए माटेज श्री जगवती सूत्रमां कोशांबी नगरीयें शतानीकराजानी बहेन ने मृगा तीनी नणंद जयंती नामे श्राविका तेथे श्रीवीरजगवान पासे "सुतंनंते साहुजा गिरिप्रत्तं" इत्यादि प्रश्न कस्या ते संबंध इहां कहे बे. हे जगवन् ! स्वापणुं नलुं बे ? के जागवापणुं ननुं वे ? तेवारें प्रभु बो व्या हे जयंति ! केदलाएक जीवने सुतापगुंज ननुं ने, अने केटला एक जी वने जागकुंज ननुं वे, केम के जे जीव अधर्मी वे, जेने धर्म वजन वे, जे धर्मनाज बोलनारा, अधर्मना जोनारा, अधर्मना लक्षणवाला, धर्मना स्वनावने डष्टाचारना समुदायवाला, ग्रधर्मे करीने आजीविका करता वि चरे तेवा जीवाने सुवापणुंज ननुं बे, केम के एवा जीव सुता थका घला जीवने, प्राणीने, नूतने, सत्वने, डुःख न उपजावे यावत् परिताप न उप जावे एवा जीव सुता थका पोताना यात्माने अने परने अथवा पोता नेने परने एटले वेहुने घणा धर्मपणासायें जोड़े तेमाटे हे जयं ति ! ते सुताज जला जाणवा. तथा हे जयंति ! जे धर्मिष्ट जीव यावत् धर्मनी वृत्ति कल्पता का वि चरे एवा जीव जे होय तेने जागवापगुंज ननुं बे ते जीव जागताथका घ एा जीवने, प्राणीने, नूतने, सत्वने दुःख नही देता यावत् परिताप न प माता का वर्ते एवा जीव जागता थका बीजा जीवाने यावत् धर्म सायें जोड़े ने ते जीव जागता थका मध्यरात्रिना समयनेविषे धर्मकरणी ना कार्यनुं जागरण करता होय माटे एमने जागवापशुंज ननुं बे. एम बलियापणामां, दुर्बलपणामां, दक्षपणामां, आलसपणामां इत्यादिक सर्व मां धर्मी जीव जागता नला बने अधर्मी जीव सुता जला जाणवा. एम वदेशना राजानी बहेन जयंतीये पूवेला प्रश्नना प्रभुयें उत्तर कह्याने ॥ इति. तथा स्त्रीयादिकनां रूप ने नाटकादिकने जोइने बीजानी खागल व. व्यां होय, अथवा रसें करी मिष्ट एवां अन्न शाकादिक सूखडी प्रमुख तेना स्वाद बीजाने वर्णवी देखाडे जे सांजलीने बागलाने पण रसगृध्रता •
SR No.010249
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1891
Total Pages477
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size63 MB
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