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________________ अर्थदीपिका, अर्थ तथा कथा सहित. नए ति च कार्य च कुरुते ॥ तृतीयं निःशंकोविगतघृणमन्यत्प्रकुरुते, ततः पापा न्यासात्सततमशुनेषु प्ररमते ॥ पहेलां दयासहित हृदय बतां कांक थोडं अशुन करे,बीजीवार काइक विचार करतां ने अपेक्षा करतां कांक करवा योग्य अने नहीं करवा योग्य एवा कार्यने करे, पडी त्रीजीवार निःशंक थश्ने तमाम दयाने बोडीने अगुन पापात्मक कर्म करे ,त्यार पनी पाप करवानो अन्यास पड़ी जवायी निरंतर अशुनकर्मनेविषे अत्यंत रमण करे . अर्थात् निर्नय थ पापमां रची मची रहे जे ॥ १ ॥ ___ एम ते सुनाये रसेंडियने वश थइ जवाथी, पोतानु अनिग्रहरूप क पद समूल माहेथी नखेडी नारव्यु. वली पण आगलनी पेठे सर्व अन क्ष्यवस्तु वावरवा, चालु कयु. अहो उर्दीत रसलंपटपणुं जुवो. ते सुनश सर्व अनय खावाने राइस सरखी थअथवा दावानल सरखी थइ तेने को वस्तुनी तृप्तिज थाय नही तेणे मर्यादा लजादिक सर्व मूक्यां मावित र तथा श्वसुर ए वेदुपदनेविपे विशुरू तो पण निःशंकपणे धर्मरहित हो वाथी जेम दीवाथकी उपजेली मश सर्वेने श्यामताकरे तेम करती हवी. वली को एक दिवसे सुनश सासरेथी पीयरीये जाती हती त्यारें मा गने विपे क्यांएक वनमांहे अजाण्यां फल पडेलां हतां ते देखी तेने खावा ने माटे जमाल थश्ने ते फलनुं आस्वादन करवेकरीने ते कुमरी तत्काल वेद प्रकारना अत्यंत कटुक विपाक ने जेना एवा किंपाककृदना फेर जेषा फलने नदण करीने ते यौवनवयमांज शीघ्र थकाल मरण पामीने पहेला न रकने विषे गइ पिताना घरसुधी पण पहोची नही एम ते पाहीं पण सर्वने अनिष्ट थइ अने परलोकने विपे नरकें गइ तिहां कटुक विपाकने नोगवी तिहांथी मरीने महोटा मत्स्यपणे नपनी. तिहाथी मरीने बीजा नरकने विपे उपनी. तिहाथी निकलीने ढंग सूकरी थइ तिहाथी रासनी थइ एम घणा नव रजनी सर्वस्थलें नूरख तृषा अने रोगनी वेदनायेंकरी महाकदर्थ ना नोगवती रसनाने वशथवाथी घणा काल रऊलती अनर्थने जोगवीने ए कदा लक्ष्मीपुर नगरनेविषे धनवंतमां मुख्य एवा लक्ष्मीधर नामे शेत तेनी लक्ष्मीवती नामे नार्या तेनी नवानी एवी नामे पुत्रीपणे आवी उपनी. तिहां जन्मतांज तेने नधरस, श्वास, ज्वर, दाह, कुदिशूल, जगंदर, हरस, अजीर्णता, दृष्टिशूल, दृष्टशूल, अरुचि, खरज, जलोदर, माथानी वेदना,
SR No.010249
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1891
Total Pages477
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size63 MB
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