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उन उपाध्यायजी को मेरा नमस्कार हो ।
नमोलोय सव्व साहुणं-सब साधुजी को मेरा नमस्कार होवो साधुजी कैसे हैं । सतरा प्र. कार का सयंम पृथ्वी अप,तेऊ,वायु, वनस्पति काय, बेइन्द्री, तेइन्द्री,चौरन्द्री,पंचन्द्री,पीया, ऊपीया, पुजणीया,पठावणीया अजीवकाया, मनवचनकाया, संयम, ये १७ प्रकार का सयंम आप पाले, औरा ने पलाव, पालता हुवा ने भलों जाणे उन साधुजी को मेरा नमस्कार हो।